बंदर की तरह एक जगह से दूसरी जगह भागता है दिमाग, जानें क्या होता है मंकी ब्रेन?
Monkey Mind: कुछ लोगों का दिमाग भी होता है, जो एक के बाद एक चीजों के बारे में लगातार सोचता रहता है और इस कारण से किसी भी काम को कम करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसे मंकी ब्रेन कहते हैं। जानें क्या है मंकी ब्रेन के लक्षण और इसे कंट्रोल करने के तरीके।
Highlights
- दर की तरह इधर उधर भागता है दिमाग
- कई तरह की बाते सोचना
- मंकी ब्रेन को करें कंट्रोल
मंकी ब्रेन को कंट्रोल कैसे करें
बंदर को आपने कई बार देखा होगा, बंदर हमेशा एक से दूसरी जगह उछलकूद करते हुए भागता रहता है। वो कभी टिककर नहीं बैठता, हमेशा यहां वहां दौड़ता रहता है। बंदर की तुलना इंसान से की जाती है लेकिन क्या आपको बता है कि कई बार हमारा दिमाग भी बंदर की तरह बिहेव करता है। जी हैं, दिमाग की ऐसी कंडीशन को मंकी ब्रेन (monkey brain)कहा जाता है. मंकी ब्रेन वो सिचुएशन है जिसमे दिमाग बंदर की तरह एक चीज पर टिककर नहीं रहता और यहां से वहां दौड़ता भागता रहता है. चलिए आज जानते हैं कि मंकी ब्रेन क्या है और इसके नुकसान क्या हैं, साथ ही ये भी जानेंगे कि किस तरह मंकी ब्रेन को कंट्रोल किया जा सकता है।
क्या है मंकी ब्रेन
बंदर की तरह जब हमारा दिमाग किसी भी एक चीज पर टिककर फोकस नहीं करता है और हमेशा यहां वहां की सोचता रहता है तो ये कंडीशन मंकी ब्रेन कही जाती है। इस स्थिति में दिमाग किसी चीज पर फोकस नहीं कर पाता है, वो हमेशा एक से दूसरी चीज के बारे में सोचता रहता है और इसी वजह से उसे काफी उलझनें रहती हैं। ऐसे दिमाग वाले लोग किसी काम पर ध्यान नहीं लगा पाते और सक्सेस पाने में नाकामयाब रहते हैं। ऐसे लोग किसी भी टास्क को पूरा नहीं कर पाते क्योंकि उनका दिमाग कई जगह पर चलता रहता है।
आपको बता दें कि मंकी माइंड या मंकी ब्रेन किसी भी इंसान के लिए दुविधा भरा हो सकता है, क्योंकि इस कंडीशन में दिमाग कई तरह की परेशानियों जैसे एंजाइटी, स्ट्रेस, डिस्ट्रेक्शन, फोकस यानी एकाग्रता की कमी,दिमागी थकान और काम के प्रेशर का सामना करने के लिए मजबूर हो जाता है। मंकी माइंड के चलते लोग अपने कामकाज पूरे नहीं कर पाते और उनके दिमाग पर हर वक्त दबाव बना रहता है। ये कंडीशन दिमाग के लिए निगेटिव होती है और इसे सुधारना जरूरी है।
कैसे करें मंकी ब्रेन को कंट्रोल
मंकी ब्रेन को कंट्रोल करने के लिए कोई दवा नहीं है, बल्कि ये माइंडफुल एक्टिविटीज से कंट्रोल किया जा सकता है। पजल गेम्स, हॉबीज पर फोकस करने, आराम करने, कंसंट्रेशन की प्रेक्टिस करने के साथ साथ आपको मेडिटेशन भी करना चाहिए। इससे आप अपने दिमागी फोकस को मजबूत कर सकते हैं। भऱपूर नींद लें, हेल्दी डाइट का नियम बनाएं और इसके साथ साथ फिजिकल और मेंटल एक्सरसाइज आपके लिए मददगार साबित होगी।
इस आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. Punjabkesari.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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