सावधान! Periods के दौरान heavy bleeding से हो सकती है ये बीमारी
Periods: जब महिला को पीरियड्स के दौरान ज्यादा बलीडिंग होती है तो इसे भूलकर भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये महिलाओं में एक गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। हर बार यही सिम्प्टम नज़र आता है तो आपको इसकी जांच करवाने की जरूरत है।
Highlights
- Periods के दौरान ज्यादा बलीडिंग
- महिलाओं को हर महीने पीरियड्स से गुजरना होता
- ज्यादा बलीडिंग हो सकती है बीमारी का संकेत
पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग
महिलाओं को हर महीने पीरियड्स से गुजरना होता है। बायोलॉजिकली देखा जाए तो ये एक सामान्य प्रोसेस है, जो आम महिलाओं के लिए आम है। लेकिन पीरियड्स के दौरान नॉर्मल और हैवी ब्लीडिंग की बात करें तो ये हर महिला के साथ अलग-अलग होती है। किसी को पीरियड्स के दौरान सामान्य ब्लीडिंग होती है तो कुछ महिलाएं को पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग (heavy periods bleeding)की शिकायत रहती है। अगर पीरियड्स के दौरान आप भी ज्यादा ब्लीडिंग की समस्या से जूझ रही हैं, तो इसे इग्नोर न करें। ये आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। आपको बता दें, इसके पीछे एक गंभीर बीमारी का संकेत छिपा हो सकता है।
एंडोमेट्रियोसिस क्या है?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर पीरियड्स के दौरान हर बार सामान्य से ज्यादा ब्लीडिंग होता है तो ये एंडोमेट्रियोसिस (endometriosis)नामक बीमारी के लक्षण हो सकते हैं। ये महिलाओं में होने वाली एक मेडिकल कंडीशन है, जिसमें यूटरस की परत के जैसा ही एक ऊतर गर्भ के ऊपर बढ़ता है। इस ऊतक के आकार के बढ़ने पर pelvic pain और डिलीवरी संबंधित दिक्कतें हो सकती हैं और इसी के चलते हर बार पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग होती है।
कितनी महिलाओं को होता है एंडोमेट्रियोसिस
आपको बता दें कि पीरियड्स के दौरान endometriosis की दिक्कत से दस में से एक महिला परेशान होती है। महिलाएं तेजी से इस बामारी का शिकार हो रही हैं और ये चिंता का कारण बन गया है। आपको बता दें कि जब यूटरस के ऊपर ये ऊतक बढ़ता है, तो गर्भाशय में घाव होने के रिस्क बढ़ जाते हैं। इससे पीरियड्स के दौरान सामान्य से ज्यादा ब्लीडिंग या पीरियड्स का समय ज्यादा हो सकता है।
इसका इलाज है जरूरी
दरअसल, ये बीमारी महिला की प्रजनन क्षमता पर असर डालती है इसलिए इस बीमारी का समय रहते पता लगाना और इलाज बेहद जरूरी हो जाता है वर्ना महिला को बांझपन की समस्या से गुजरना पड़ सकता है। इसके लिए जीवनशैली में बदलाव और सही समय पर इलाज बेहद जरूरी हो जाता है। इसलिए यदि किसी को पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग हो तो उसे भूलकर भी इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए बल्कि तुरंत से तुरंत डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए, इससे वो महिला कई स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकती है।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. Punjabkesari.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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