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कहीं आपकी हल्दी भी तो नहीं मिलावटी? सोशल मीडिया का नया ट्रेंड बताएगा सच

07:51 PM Jun 27, 2025 IST | Priya

हेल्थ डेस्क : सोशल मीडिया पर आए दिन कोई न कोई ट्रेंड वायरल होता रहता है, लेकिन हाल ही में वायरल हो रहा “पानी में हल्दी डालने” का ट्रेंड महज एंटरटेनमेंट नहीं, बल्कि सेहत से जुड़ी एक अहम चेतावनी भी दे रहा है। यह ट्रेंड लोगों को घरेलू रसोई में इस्तेमाल हो रही हल्दी में मिलावट की जांच करने का तरीका बता रहा है, जो खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों की सेहत के लिए जरूरी साबित हो सकता है। यह वीडियो ट्रेंड दिखाता है कि जब हल्दी को पानी से भरे गिलास में डाला जाता है, तो उसका रंग और घुलने का तरीका बहुत कुछ बता सकता है कि आपकी हल्दी शुद्ध है या मिलावटी। आइए जानें इस ट्रेंड के पीछे की साइंस और आपकी सेहत पर इसका असर।

कैसे होती है हल्दी में मिलावट?
भारतीय रसोई में आमतौर पर इस्तेमाल होने वाली हल्दी अब पहले जैसी शुद्ध नहीं रह गई है। मार्केट में बिक रही पिसी हल्दी में लेड क्रोमेट (Lead Chromate), मेटानिल येलो (Metanil Yellow) जैसे खतरनाक रसायनों की मिलावट की जा रही है। इसके अलावा चाक पाउडर और कैल्शियम कार्बोनेट जैसे घटक भी हल्दी को मात्रा में बढ़ाने के लिए मिलाए जाते हैं।

सेहत को कैसे नुकसान पहुंचा सकती है मिलावटी हल्दी?
- लेड क्रोमेट एक प्रकार का भारी धातु रसायन है, जो किडनी और लिवर पर बुरा असर डाल सकता है।

- यह बच्चों में सीखने की क्षमता (Cognitive Skills) पर प्रभाव डाल सकता है।

- इससे हाई ब्लड प्रेशर, सिरदर्द और अन्य न्यूरोलॉजिकल समस्याएं भी हो सकती हैं।

- लंबे समय तक सेवन से कैंसर जैसी बीमारियों का भी खतरा बढ़ सकता है।

हल्दी की मिलावट कैसे पहचानें?
1. पानी में मिलावट जांचें
- एक गिलास में पानी भरें और उसमें हल्दी पाउडर डालें।

- यदि हल्दी धीरे-धीरे तले में बैठ जाए और पानी हल्का पीला व ट्रांसपेरेंट रहे तो वह शुद्ध मानी जा सकती है।

- अगर पानी में पीले रंग का तेज़ धुंधलापन आए और हल्दी तुरंत घुल जाए, तो यह रंग मिलावट का संकेत हो सकता है।

2. सिरके से जांचें
- एक चम्मच हल्दी में थोड़ा सिरका (Vinegar) डालें।

- यदि उसमें झाग या बुलबुले बनने लगें तो उसमें चूना या चाक पाउडर की मिलावट हो सकती है।

3. हाइड्रोक्लोरिक एसिड टेस्ट
- प्रयोगशाला में प्रामाणिकता जांचने के लिए हल्दी में Hydrochloric Acid (HCl) की कुछ बूंदें मिलाकर देखा जाता है।

- यदि हल्दी का रंग गुलाबी या बैंगनी हो जाए, तो यह रासायनिक रंग की मिलावट का संकेत है।

4. गंध से पहचानें
- शुद्ध हल्दी में मिट्टी जैसी प्राकृतिक महक आती है।

- अगर हल्दी में अजीब, कृत्रिम या बिना गंध की स्थिति हो, तो उसमें मिलावट की संभावना होती है।

शुद्ध हल्दी के फायदे
- एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होती है।

- इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है।

- त्वचा संबंधी समस्याओं में राहत देती है।

- हल्दी वाला दूध, पानी या फेस पैक भी शरीर के लिए लाभदायक है।

कैसे बचें मिलावट से?
- गांठ वाली हल्दी खरीदें और घर पर ही पीसें।

- यदि पाउडर ही खरीदना हो, तो किसी विश्वसनीय और प्रमाणित ब्रांड का हल्दी पाउडर लें।

- खरीदते समय पैकेट पर FSSAI मार्क, उत्पादन और समाप्ति तिथि अवश्य जांचें।

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