Health News: ज्यादा वजन से महिलाओं में बढ़ रहा Breast Cancer का खतरा, स्टडी में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
Health News: ब्रेस्ट कैंसर एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है, जो धीरे-धीरे लोगों के शरीर में अपने पैर पसार रही है। ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 40 से अधिक उम्र की महिलाओं में सबसे अधिक होता है। भारत में हर साल करीब 14 लाख लोगों को कैंसर का शिकार होते हैं। इनमें से कई लोग सही समय पर जानकारी और सही इलाज न मिलने पर अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं। कैंसर में सबसे खतरनाक है ब्रेस्ट कैंसर जो ज्यादातक महिलाओं में होता है। जानकारी के अनुसार हर साल करीब 1 लाख महिलाओं की मौत ब्रेस्ट कैंसर के कारण होती है। सबसे चौंकाने वाली बात को यह है कि इस बीमारी का कुछ महिलाओं को पता ही नहीं चलता है और जब पता चलता है तब तक ब्रेस्ट कैंसर की तीसरे स्टेज पर पहुंच चुकी होती हैं। ब्रेस्ट कैंसर का कारण कई चीजें हो सकती हैं जैसे खराब लाइफस्टाइल, देर से शादी और फिजिकली गतिहीनता। इन सबके अलावा और भी कई कारणों की वजह से महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर का शिकार हो सकती हैं। इनमें से एक कारण है महिलाओं में वजन ज्यादा होना। एक नई स्टडी के अनुसार जिन महिलाओं का वजन सबसे अधिक होता है उनमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा होता है। भारत में हर साल करीब 14 लाख लोगों को कैंसर का शिकार होना पड़ता है. इनमें महिलाओं में सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर होता है. ब्रेस्ट कैंसर के कारण हर साल करीब 1 लाख महिलाओं की मौत हो जाती है. सबसे मुश्किल बात यह है कि करीब 70 प्रतिशत मरीज तीसरे स्टेज में ब्रेस्ट कैंसर को दिखाने आते हैं. ब्रेस्ट कैंसर के लिए कई कारण जिम्मेदार है जिसमें खराब लाइफस्टाइल, देर से शादी और फिजिकली गतिहीनता सबसे बड़ा कारण है लेकिन अब एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि जो महिलाओं ज्यादा वजन की होती है, उनमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा ज्यादा रहता है. यह अध्ययन विश्व स्वास्थ्य संगठन ने खुद किया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक नई स्टडी में खुलासा हुआ है कि मेनोपॉज के बाद हृदय रोग से पीड़ित महिलाओं में अधिक वजन होना ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है.
Breast Cancer की रोकथाम पर शोध जारी
संगठन की कैंसर रिसर्च विंग, इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर के शोधकर्ता हेंज फ्रीस्लिंग ने बताया, "इस स्टडी के नतीजे ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग प्रोग्राम को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।" उन्होंने सुझाव दिया कि भविष्य में वजन घटाने के ट्रायल में हृदय रोग वाली महिलाओं को शामिल करके ब्रेस्ट कैंसर रोकथाम पर शोध किया जाना चाहिए। शोधकर्ताओं ने यूरोपियन प्रोस्पेक्टिव इन्वेस्टिगेशन इनटू कैंसर एंड न्यूट्रिशन और यूके बायोबैंक के 168,547 मेनोपॉज महिलाओं के डेटा का विश्लेषण किया। इन महिलाओं को स्टडी शुरू होने पर न तो टाइप-2 डायबिटीज थी और न ही हृदय रोग। करीब 10-11 साल के फॉलो-अप के बाद, 6,793 मेनोपॉज के बाद की महिलाओं में स्तन कैंसर पाया गया।
इस कारण महिलाओं में बढ़ रहा Breast Cancer
अगर किसी महिला का ज्यादा वजन हो तो यह ब्रेस्ट कैंसर का कारण भी हो सकता है. एक नए अध्ययन में यह खुलासा हुआ है। स्टडी में यह भी सामने आया कि अधिक वजन और हृदय रोग का एक साथ होना हर साल प्रति 100,000 लोगों में 153 अतिरिक्त breast Cancer के मामले पैदा कर सकता है। पहले हुए शोधों से यह साबित हो चुका है कि मोटापा 12 तरह के कैंसर, जैसे गर्भाशय, किडनी, लिवर और कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा बढ़ाता है। वहीं, हाल ही में 'नेचर कम्युनिकेशंस' जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी में पाया गया कि अधिक वजन वाली महिलाओं में बड़े ट्यूमर और एडवांस्ड स्टेज का ब्रेस्ट कैंसर होने के चांस ज्यादा होती है। ‘नेचर कम्युनिकेशंस’ में छपी एक और स्टडी में सामने आया कि जिन महिलाओं का वजन ज़्यादा होता है, उनमें कैंसर की पहचान अक्सर तब होती है जब वह बड़ी स्टेज तक पहुंच चुका होता है। ऐसे मामलों में इलाज कठिन और समय लेने वाला होता है।- (IANS)
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