आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. Punjabkesari.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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Health Tips: गर्मी के दिनों में प्यास लगना और मुंह बार-बार सूखना आम बात है, लेकिन जरूरत से ज्यादा या अचानक से ऐसी समस्या बने रहना कई बीमारियों के भी संकेत हो सकते हैं। कुछ बीमारियों में भी ऐसे लक्षण नजर आते हैं। जानिए इसके कारण?
Highlights
गर्मी के दिनों में बार-बार प्यास लगती है और मुंह सूखता रहता है। इस मौसम में ये समस्या आम है, लेकिन जरूरत से ज्यादा मुंह सूखना या प्यास लगना कुछ बीमारियों के कारण भी हो सकते हैं। अक्सर मुंह में लार कम होने पर ऐसा होता है। इसका कारण सिर्फ पानी नहीं है, बल्कि कुछ और वजह भी हो सकती हैं। ड्राई माउथ की समस्या को ज़ेरोस्टोमिया (xerostomia) भी कहा जाता है। ऐसा तब होता है जब मुंह में सलाइवा ग्लैंड लार बनाना कम कर देता है। ऐसी स्थिति में हमारा मुंह सूखने लगता है।
गर्मी के दिनों में बार-बार प्यास लगने के साथ मुंह सूखने की समस्या मौसम के कारण भी हो सकता है, लेकिन अगर जरूरत से ज्यादा प्यास और मुंह सूखने लगे तो यह कई गंभीर बीमारियों का कारण भी हो सकते हैं। मुंह सूखने का एक प्रमुख कारण यह भी हो सकता है कि मुंह में लार की कमी हो रही है, जिसके कारण माउथ ड्राई हो रहा है। ड्राई माउथ की बीमारी को जेरोस्टोमिया भी कहा जाता है। ऐसा तब होता है जब मुंह में सलाइवा ग्लैंड लार बनाना कम कर देता है
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक लार हमारे शरीर में खाना पचाने का काम अच्छे तरीके से करता है। इसके बिना खाना पचा पाना बेहद मुश्किल है। लार हमारे मुंह के लिए इसलिए भी जरूरी है क्योंकि लार ही मुंह के खाना को गीला करके के तोड़ने का काम करती है। यह ओरल हाइजीन है।
मूंह सूखने पर बहुत प्यास लगती है। डॉक्टर्स की मानें तो डायबिटीज, अल्जाइमर और स्ट्रोक जैसी बीमारी के कारण भी काफी ज्यादा मुंह सूखते हैं। बार-बार मुंह सूखने का मतलब ऑटोइम्यून डिसऑर्डर के कारण भी हो सकते ।
कई बार इन बीमारियों के अलावा डायबिटीज, अल्जाइमर, एचआईवी, नर्वस डैमेज के अलावा मौसम बदलने के कारण भी मुंह सूखने लगता है। लेकिन अगर आपकी परेशानी ज्यादा बढ़ हुई है तो बिना समय गवाएं डॉक्टर की सलाह जरूर लें। हाइजीन मेंटेन करें और दिन के वक्त खूब पानी पिएं।