Healthy Morning Habits: सुबह की ऐसी 10 आदतें जो आपके बच्चे को बनाएंगी स्मार्ट, लोग भी करेंगे तारीफ
Healthy Morning Habits: बच्चें को बड़े होकर बेहतर इंसान बनाने के लिए उसे बचपन से ही अच्छी आदतें सीखनी पड़ती है। जब बचपन में माता-पिता उन्हें संस्कार देते हैं, तभी वो बड़े होकर एक बेहतर इंसान बनते हैं और लोगों के बारे में अच्छा सोचते हैं। इसलिए बच्चों को बचपन से ही ऐसे संस्कार देने चाहिए, जिससे आपका बच्चा भविष्य में एक अच्छा इंसान बन सके।
Healthy Morning Habits for Kids: बच्चों को सिखाएं ये आदतें
कई बच्चें ऐसे होते हैं, जिनसे मिलने के बाद आप उनके संस्कार और उनकी तारीफ करते हैं और ऐसे बच्चों की तारीफ इसलिए करते हैं क्योंकि उनके माता-पिता उन्हें अच्छे संस्कार देकर उनकी परवरिश करते हैं। दरअसल, माता-पिता बच्चों को जो छोटी-छोटी चीजें सिखाते हैं, जिसका उनकी पर्सनालिटी पर बहुत असर पड़ता है। इसलिए जानिए कुछ ऐसी अच्छी आदतों के बारे में जिससे आपके बच्चे की तारीफ हर कोई करेगा।
Morning Habits for Good Day: बच्चों को सिखाएं ये गुड मैनर्स
- बच्चों को टाइम मैनेजमेंट सिखाना बहुत ज़रूरी होता है, माता-पिता को उसे रोजमर्रा के कामों को समय पर पूरा करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। टाइम टेबल से ना केवल पढ़ाई हो बल्कि खेलने, सोने, खाने आदि का भी समय निश्चित होना चाहिए।
- बच्चे को आउटडोर एक्टिविटी के लिए प्रेरित करना चाहिए, उसे योग, डांस, एक्सरसाइज जैसे कामों को करने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
- अगर बच्चे से कोई गलती हो जाए तो उसे हमेशा अपनी गलती को स्वीकार करना सिखाना चाहिए। हालांकि किसी गलती पर बच्चे को बार-बार टोकने से बचना चाहिए।
- अपने से बड़े या छोटे का सम्मान करना सिखाना चाहिए, जब भी बच्चे किसी बुजुर्ग को देखें तो उनकी मदद करे।
- आपके बच्चे को धन्यवाद, प्लीज, सॉरी, एक्सक्यूज मी जैसे शब्दों का महत्व पता होना चाहिए।
- अगर बच्चा कोई गलत शब्द बोल रहा है, तो उसे रोकें उसे प्यार से समझाएं और बताएं कि इससे उसकी भाषा खराब हो सकती है।
- उसे हमेशा ये समझाएं की कोई आपसे बड़ा हो या छोटा उसके साथ अच्छा व्यवहार करें।
- गलती करने पर माफी मांगना एक अच्छा संस्कार है, इसलिए बच्चे को समझाएं कि अगर उससे गलती होती है, तो वो सॉरी बोले. बच्चों को बताएं कि किस जगह और कौन सी गलती के बाद सॉरी बोलना चाहिए।
- बच्चे को छोटी-छोटी चीजें सिखाएं, जैसे किसी के घर जाएं तो उसे लोगों के साथ किस तरह बात-चीत करना चाहिए। किसी के घर के अंदर जाएं तो पहले दरवाजा नॉक करें या बेल बजाएं। किसी के घर जाकर वहां गंदगी ना फैलाएं। जूते बाहर उतारकर ही अंदर जाना चाहिए।
- बच्चे को समझाएं कि किसी का मजाक उड़ाना अच्छी बात नहीं, पहनावे, खानपान या रंग, भाषा को लेकर मजाक नहीं उड़ाना चाहिए। किसी की शारीरिक स्थिति या मानसिक स्थिति का भी मजाक नहीं उड़ाना चाहिए।
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