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वायु प्रदूषण से दिल के मरीजों को सावधान, जानें कैसे करें सुरक्षा

05:14 AM Nov 19, 2024 IST | Aastha Paswan

Health Tips: प्रदूषण से फेफड़ों को तो नुकसान होने का खतरा रहता ही है, इसके अलावा हृदय रोगों के शिकार जो लोग लंबे समय तक प्रदूषित वातावरण में रहते हैं उनमें हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर जैसी दिक्कतों का जोखिम बढ़ जाता है।

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दिल के मरीज वायु प्रदूषण से सावधान

दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण (Delhi-NCR Air Pollution) खतरनाक स्तर को पार कर चुका है। ये दमघोंटू हवा किसी भी व्यक्ति को बीमार बना सकती है लेकिन दिल के मरीजों के लिए यह काफी खतरनाक है। इसके कारण दिल के मरीजों में सूजन बढ़ सकती है जो काफी खतरनाक साबित हो सकता है (Air Pollution Effect on Heart)। आइए जानें दिल के मरीजों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

कैसे पहुंचाता है दिल को नुकसान?

ब्लड वेसल्स को नुकसान- वायु प्रदूषण के पार्टिकल्स ब्लड वेसल्स की दीवारों को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे सूजन हो सकती है और ये वेसल्स सख्त होने लगते हैं। यह ब्लड सर्कुलेशन को बाधित करता है और दिल पर एक्सट्रा दबाव डालता है।

ब्लड प्रेशर बढ़ता है- वायु प्रदूषण ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है, जो दिल की बीमारियों का एक अहम रिस्क फैक्टर है। हाई ब्लड प्रेशर दिल की मांसपेशियों को कमजोर बनाता है और ब्लड वेसल्स को भी नुकसान पहुंचाता है।

दिल की मांसपेशियों को कमजोर बनाता है- वायु प्रदूषण दिल की मांसपेशियों को कमजोर बना सकता है, जिससे हार्ट फेलियर का खतरा बढ़ जाता है।

दिल का दौरा और स्ट्रोक- वायु प्रदूषण दिल के दौरे यानी हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकता है। यह खून के थक्के बनने का कारण बन सकता है और ब्लड वेसल्स में रुकावट पैदा कर सकता है।

इन बातों का रखएं ध्यान

घर के अंदर रहें- जब वायु प्रदूषण का स्तर ज्यादा हो, तो घर के अंदर रहने की कोशिश करें। दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें और एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें।

फिजिकल एक्टिविटी कम करें- जब वायु प्रदूषण का स्तर ज्यादा हो, तो ज्यादा इंटेंस फिजिकल एक्टिविटी करने से बचें।

मास्क पहनें- जब घर से बाहर निकलें तो N95 मास्क जरूर पहनें।

डॉक्टर से नियमित रूप से मिलें- नियमित रूप से डॉक्टर से मिलते रहें और अपनी दवाएं समय पर लें।

हेल्दी खाना खाएं- फलों, सब्जियों और साबुत अनाज से भरपूर डाइट लें।

तनाव कम करें- तनाव दिल की बीमारियों का एक अहम रिस्क फैक्टर है। योग, मेडिटेशन या अन्य तनाव कम करने वाली तकनीकों की प्रैक्टिस करें।

पूरी नींद लें- पूरी नींद लेना आपके पूरे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।

धूम्रपान न करें- स्मोक करने से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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