नवरात्रि के मौके पर गुजरात के छह जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
गुजरात समेत देशभर में सोमवार से शुरू हो रहे नवरात्रि महोत्सव की तैयारियों के बीच बेमौसम बारिश ने पानी फेर दिया है। जहां लाखों श्रद्धालु गरबा और डांडिया की रौनक के लिए तैयार हो रहे थे तो वहीं मौसम विभाग ने कई जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की है। दक्षिण गुजरात के जिन जिलों के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है, उनमें भरूच, नर्मदा, सूरत, तापी, नवसारी और वलसाड शामिल हैं। इन जिलों में सोमवार को नवरात्रि के पहले दिन कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।
गरबा स्थलों पर जलभराव
रविवार को हुई बारिश ने कई इलाकों में गरबा स्थलों पर जलभराव की स्थिति पैदा कर दी। भरूच के हांसोट में सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक करीब 1.5 इंच बारिश दर्ज की गई। इसी तरह नवसारी और चिखली में भी बारिश की खबरें आईं, जबकि खेड़ा, आणंद, सूरत, तापी, वडोदरा और वलसाड में भी छिटपुट वर्षा दर्ज की गई। गरबा आयोजकों का कहना है कि मैदानों में पानी भरने से तैयारियों में दिक्कत आ रही है। अगर आगामी दिनों में बारिश जारी रहती है तो यह नवरात्रि के उत्सव में खलल डाल सकती है।
सीएम पटेल का 'वोकल फॉर लोकल' पर जोर
इसी बीच, रविवार को अमरेली में सहकारी संस्थाओं के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' के संकल्प को दोहराया। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि चाहे 'चिप' हो या 'शिप', हमें भारत में ही निर्माण करना होगा। यह समय है कि हम स्वदेशी वस्तुओं को अपनाएं और वोकल फॉर लोकल को गति दें।
માનનીય વડાપ્રધાન શ્રી નરેન્દ્રભાઈ મોદીએ દેશવાસીઓને કરેલી સ્વદેશી અપનાવવાની હાકલને નાગરિકો તરફથી ખૂબ ઉત્સાહભર્યો પ્રતિસાદ મળી રહ્યો છે.
આજે અમરેલીની મારી મુલાકાત દરમિયાન ટાવર ચોક ખાતે આવેલી દુકાનોમાં સ્વદેશી અભિયાનના સ્ટીકર્સ લગાવીને વેપારીઓ અને ગ્રાહકોને સ્વદેશી અપનાવવાનું આહવાન… pic.twitter.com/tQXLhxEoL1
— Bhupendra Patel (@Bhupendrapbjp) September 21, 2025
गरबा और डांडिया का भव्य प्रदर्शन
सीएम पटेल ने नवरात्रि और दीपावली के मौके पर लोगों से भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता देने की अपील की। उन्होंने दुकानदारों से आग्रह किया कि वे महिला स्वयं सहायता समूहों और सखी मंडलों के हस्तनिर्मित सामान को बढ़ावा दें। गुजरात में नवरात्रि, राज्य के सबसे जीवंत और व्यापक रूप से मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है, जिसे वैश्विक मान्यता प्राप्त हो गई है तथा यूनेस्को ने इसके सांस्कृतिक महत्व को स्वीकार किया है। देवी दुर्गा को समर्पित नौ दिवसीय इस उत्सव में लाखों श्रद्धालु गुजरात भर में पारंपरिक गरबा और डांडिया प्रदर्शन, रंगारंग जुलूस और सामुदायिक अनुष्ठानों में भाग लेते हैं।