भारी बारिश से महाराष्ट्र के कई जिलों में जनजीवन अस्तव्यस्त, एनडीआरएफ ने नौ बचाव टीमें भेजी
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने महाराष्ट्र के कुछ तटीय इलाकों में भारी बारिश से आई बाढ़ के बाद बृहस्पतिवार को नौ बचाव टीमों को राज्य में तैनात किया है। इनमें से चार टीमों को मुंबई भेजा गया है।
05:22 PM Jul 22, 2021 IST | Ujjwal Jain
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने महाराष्ट्र के कुछ तटीय इलाकों में भारी बारिश से आई बाढ़ के बाद बृहस्पतिवार को नौ बचाव टीमों को राज्य में तैनात किया है। इनमें से चार टीमों को मुंबई भेजा गया है।
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मुंबई, उसके पड़ोसी जिले ठाणे और पालघर तथा कोंकण क्षेत्र के अन्य जिलों में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है जिससे कई स्थानों पर बाढ़ आ गई है और रेल एवं सड़क यातायात सेवाएं बाधित हो गई हैं। कई नदियों का पानी का स्तर बढ़ गया है और कुछ स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर चला गया है। एनडीआरएफ की तरफ से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि उसकी चार टीमों को मुंबई, और एक-एक टीम को ठाणे और पालघर जिलों में तैनात किया गया है। एक टीम दोपहर बाद रत्नागिरि जिले के चिपलुन नगर पहुंचेगी।
एनडीआरएफ ने बताया कि इसके अलावा दो टीमों को कोल्हापुर जिला भेजा गया है। इनमें से एक बाढ़ के खतरे वाले शिरोल तहसील में बचाव या एहतियाती कार्य करेगी जबकि दूसरी टीम कोल्हापुर शहर में बचाव कार्य करेगी। एक स्थानीय अधिकारी ने इससे पहले बताया था कि ठाणे के साहापुर तालुका में कुछ गांव डूब गए। साथ ही बताया कि अधिकारियों ने एनडीआरएफ की मदद से सैकड़ों लोगों को उन स्थानों से निकाला।
जलजमाव की घटनाओं से ठाणे जिले के मुंब्रा, भिवंडी, टिटवाला और कसारा इलाकों से लोगों के फंसने की जानकारी मिली है। अधिकारियों ने बताया कि वसई, विरार और पालघर में अन्य स्थानों पर बाढ़ आई है लेकिन अब तक किसी की जान जाने की सूचना नहीं है। ठाणे प्रशासन ने बताया कि जिला के साहापुर में मोदक सागर बांध में बृहस्पतिवार तड़के पानी का प्रवाह बढ़ गया था और पानी छोड़ने के लिए उसके दो गेटों को खोला गया।
भारी बारिश के कारण ठाणे के कसारा घाट खंड और पुणे जिले में लोनावला के पास मध्य रेलवे की ट्रेन सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं। अधिकारियों ने बताया कि इसके अल्वा रत्नागिरि में कोंकण रेलवे मार्ग पर भी ट्रेन सेवाएं सुबह में रोक दी गईं।
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