केदार घाटी में फिर हेलीकॉप्टर की आपातकालीन लैंडिंग, बाल-बाल बचे लोग-VIDEO
केदार घाटी में एक बार फिर हेलीकॉप्टर की आपातकालीन लैंडिंग
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जैसे ही हेलीकॉप्टर ने बड़ासू हेलीपैड से केदारनाथ के लिए उड़ान भरी, कुछ ही पल में उसमें तकनीकी समस्या होने लगी. ऐसे में हेलीकॉप्टर अचानक नीचे की ओर आने लगा, जिससे मौके पर मौजूद लोग डर के मारे सहम गए.
Uttarakhand News: उत्तराखंड की पवित्र केदारनाथ यात्रा के दौरान शनिवार को एक बड़ा हादसा होते होते टल गया. दरअसल एक प्राइवेट हेलीकॉप्टर को तकनीकी खराबी के कारण आपातकालीन लैंडिंग करानी पड़ी. बता दें कि रुद्रप्रयाग जिले के बड़ासू हेलीपैड से उड़ान भरते ही कुछ दूरी पर हेलीकॉप्टर में तकनीकी गड़बड़ी आ गई. इसके चलते पायलट को मजबूरन हाईवे पर लैंडिंग करनी पड़ी. गनीमत यह रही कि इस घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई. वहीं इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जैसे ही हेलीकॉप्टर ने बड़ासू हेलीपैड से केदारनाथ के लिए उड़ान भरी, कुछ ही पल में उसमें तकनीकी समस्या होने लगी. ऐसे में हेलीकॉप्टर अचानक नीचे की ओर आने लगा, जिससे मौके पर मौजूद लोग डर के मारे सहम गए. पायलट की सतर्कता के चलते हेलीकॉप्टर को पास के हाईवे पर सुरक्षित उतार लिया गया. इस आपातकालीन लैंडिंग के दौरान सड़क किनारे खड़ी एक कार हेलीकॉप्टर से टकरा गई, जिससे वह क्षतिग्रस्त हो गई.
आपदा राहत टीम मौके पर पहुंची
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीम मौके पर पहुंच गई. राहत व बचाव कार्य तुरंत शुरू किया गया और क्षेत्र को सुरक्षित कर लिया गया. राहत की बात यह रही कि हेलीकॉप्टर में सवार सभी यात्री सुरक्षित रहे और किसी को कोई चोट नहीं आई.
ADG कानून व्यवस्था ने दी जानकारी
उत्तराखंड के एडीजी (कानून व्यवस्था) डॉ. वी. मुरुगेशन ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि यह घटना गुप्तकाशी क्षेत्र में घटित हुई, जहां एक निजी हेलीकॉप्टर को तकनीकी खराबी के चलते हाईवे पर आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी. हेलीकॉप्टर में मौजूद सभी यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई है और किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई.
जांच के दिए गए आदेश
इस तरह की घटनाएं पहले भी केदारनाथ यात्रा के दौरान सामने आ चुकी हैं, जिससे एक बार फिर हेलीकॉप्टर सेवाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं. संबंधित विभागों को इस घटना की गहराई से जांच करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि भविष्य में ऐसी परिस्थितियों से बचा जा सके.
यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि
उत्तराखंड सरकार और पर्यटन विभाग लगातार इस बात का प्रयास कर रहे हैं कि चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए. इस घटना के बाद फिर से यह संदेश गया है कि तकनीकी जांच और उड़ान से पहले की सुरक्षा प्रक्रियाएं कितनी जरूरी हैं.
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