मुहर्रम और कांवड़ यात्रा एक साथ होने पर UP में हाई अलर्ट, एक्सट्रा फोर्स तैनात
Muharram and Kanwar Yatra: संभल, लखनऊ और मुरादाबाद समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में मुहर्रम जुलूस और चल रही कांवड़ यात्रा के मद्देनजर राज्य प्रशासन ने शांति सुनिश्चित करने और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए हैं। राज्य के विभिन्न हिस्सों में मुहर्रम जुलूस में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। इसी समय कांवड़ यात्रा होने के मद्देनजर संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनात किया गया है, साथ ही ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
धारा 163 लागू
मीडिया से बात करते हुए संभल के जिला मजिस्ट्रेट डॉ राजेंद्र पेंसिया ने कहा, "हमने गांव, मोहल्ले और जिला स्तर पर कई शांति समिति की बैठकें की हैं। इन चर्चाओं में सभी पक्षों के लोगों को आमंत्रित किया गया था। सभी समुदायों को बुलाया गया और बिजली, पानी और अन्य समस्याओं से संबंधित उनके मुद्दों का समाधान किया गया... अगर कोई समस्या आती है तो हमें सूचित करने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं।"
उन्होंने कहा, "हमने हर जगह मजिस्ट्रेट नियुक्त किए हैं, उनके साथ पुलिस अधिकारी भी होंगे। कांवड़ यात्रा हो या मुहर्रम, कोई भी जुलूस बॉक्स फॉर्मेट में निकाला जाएगा, जिसमें हमारे अधिकारी चारों तरफ तैनात रहेंगे। ड्रोन के जरिए भी लगातार निगरानी की जा रही है। फिलहाल हमारे पास 13,000 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। सभी जरूरी इंतजाम किए जा चुके हैं और 900 से ज्यादा लोगों को प्रतिबंधित करने की कार्रवाई चल रही है। धारा 163 लागू है। हमें पूरा भरोसा है कि सब कुछ शांतिपूर्वक संपन्न हो जाएगा।"
तीन स्तरों पर सुरक्षा
डीसीपी लखनऊ पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया, "मुहर्रम के दौरान लखनऊ का पश्चिमी क्षेत्र, जिसे पुराना लखनऊ भी कहा जाता है, बेहद संवेदनशील रहता है। यहां हमेशा 24/7 जोनल सेक्टर सिस्टम रहता है। इस क्षेत्र में होने वाले जुलूसों के लिए अलग से व्यवस्था की जाती है।" उन्होंने बताया कि जुलूसों के दौरान सुरक्षा तीन स्तरों पर की जाती है। श्रीवास्तव ने कहा, "पहली टीम जुलूस के साथ बॉक्स फॉर्मेशन में चलती है, दूसरी टीम मार्ग की व्यवस्था संभालती है और तीसरी टीम जुलूस के प्रमुख स्थानों पर तैनात रहती है। 82 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। नागरिक सुरक्षा संगठन के स्वयंसेवक भी मौजूद हैं। तीन तरह के ड्रोन तैनात किए गए हैं। हमारी सोशल मीडिया टीम पूरी तरह सक्रिय है और हम धार्मिक नेताओं के साथ लगातार संपर्क में हैं।"
Also Read- प्रयागराज: देवशयनी एकादशी पर श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में लगाई आस्था की डुबकी