हिमाचल प्रदेश का सांस्कृतिक उत्सव, दिल्ली हाट में 16 से 30 नवंबर तक आयोजित होगा हिम महोत्सव
Him Mahotsav News: हिमाचल प्रदेश सरकार पिछले दो वर्षों में शानदार सफलता प्राप्त करने के बाद, इस वर्ष फिर से 16 से 30 नवंबर तक दिल्ली हाट परिसर में हिम महोत्सव का आयोजन कर रही है। यह 15 दिवसीय महोत्सव हिमाचल प्रदेश की कला, संस्कृति, खानपान, और पर्यटन को दिल्लीवासियों के बीच प्रमुखता से पेश करने का अवसर है।
Him Mahotsav News: मुख्य उद्देश्य: शिल्पकारों को बढ़ावा देना
हिमाचल प्रदेश सरकार के हैंडलूम और हैंडिक्राफ्ट के एमडी, गंधर्व राठौर ने बताया कि इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य राज्य के कारीगरों को एक बड़ा मंच प्रदान करना है, ताकि वे अपने हस्तशिल्प उत्पाद सीधे ग्राहकों तक पहुँचा सकें। साथ ही, इस आयोजन के माध्यम से कारीगरों को आधुनिक बाजार के साथ पारंपरिक ग्रामीण बाजार का अनुभव भी मिलेगा।

Himachal Pradesh News: हिमाचल के शिल्प और कारीगरी का प्रमोशन
इस बार, हिमाचल प्रदेश राज्य हस्तशिल्प एवं हाथकरघा निगम को महोत्सव की नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है। निगम द्वारा इस आयोजन में शिल्प के विभिन्न रूपों को नए फ्यूज़न और वैल्यू एडिशन के साथ पेश किया जाएगा, जो महोत्सव का मुख्य आकर्षण रहेगा। इस बार, पारंपरिक शिल्प को आधुनिक दृष्टिकोण के साथ प्रदर्शित किया जाएगा, जो दर्शकों के लिए एक नया अनुभव होगा।
उद्घाटन और महोत्सव की गतिविधियां
हिम महोत्सव का उद्घाटन 16 नवंबर को शाम 5:30 बजे हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव, संजय गुप्ता द्वारा किया जाएगा। महोत्सव के दौरान, दिल्ली हाट में विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियाँ, संगीत कार्यक्रम, नृत्य प्रस्तुतियाँ और स्थानीय कारीगरों द्वारा बनाए गए हस्तशिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी।
महोत्सव में भागीदारी और उम्मीदें
इस बार दिल्ली हाट के कुल 86 स्टॉल 15 दिनों के लिए बुक हो चुके हैं। यह संकेत देता है कि इस महोत्सव में लोगों की भारी भागीदारी और उत्साह देखने को मिलेगा। इनमें से 16 स्टॉल राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) को आवंटित किए गए हैं। इस बार महोत्सव से 2 से 2.5 करोड़ रुपये के रेवेन्यू की संभावना है, जो इस आयोजन की सफलता को दर्शाता है।
हिमाचल की लोक कला और व्यंजन
हिम महोत्सव का मुख्य आकर्षण हिमाचल प्रदेश की लोक कला, पारंपरिक व्यंजन, रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और स्थानीय कारीगरों का हुनर होगा। इस महोत्सव में शिरकत करने वाले लोग हिमाचल की संस्कृति से गहरे जुड़ाव का अनुभव करेंगे। कारीगरों द्वारा पेश किए गए पारंपरिक हस्तशिल्प और स्वादिष्ट व्यंजन इस आयोजन को एक अनूठा और यादगार अनुभव बनाने वाले हैं।
रिपोर्ट: विक्रांत सूद
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