Himachal Pradesh : आपदा प्रभावितों को मिलेगा 7 लाख का सहायता पैकेज, CM सुखविंदर सुक्खू ने किया ऐलान
शिमला : हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए बड़ी राहत की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों के घर आपदा में पूरी तरह नष्ट हो गए हैं, उन्हें घर बनाने के लिए सात लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
बुधवार को मुख्यमंत्री ने मंडी जिले के बगस्याड़, थुनाग, जंजैहली और शरण गांव का दौरा कर नुकसान का जायजा लिया और राहत शिविरों में रह रहे प्रभावितों से मुलाकात की। सीएम सुक्खू ने बगस्याड़ में प्रभावितों के साथ दोपहर का भोजन भी किया और उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। मुख्यमंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि गोशालाओं और पशुधन के नुकसान की भरपाई के लिए उचित मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने प्रभावितों से आग्रह किया कि भविष्य की आपदाओं से बचने के लिए वे सुरक्षित स्थानों पर अपने घर बनाएं।
पुनर्वास के लिए वन भूमि दिलाने का होगा प्रयास
मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पुनर्वास के लिए यदि वन भूमि की आवश्यकता होगी, तो इस पर केंद्र सरकार की अनुमति आवश्यक है। उन्होंने प्रदेश के सांसदों से अपील की कि वे केंद्र सरकार से वन भूमि हस्तांतरण की अनुमति दिलवाएं। सुक्खू ने बताया कि प्रदेश की 68 प्रतिशत भूमि वन क्षेत्र में आती है, जबकि शेष 32 प्रतिशत भूमि पर 70 लाख की आबादी रहती है।
विपक्ष पर किया कटाक्ष
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र सराज में राहत कार्यों को लेकर उठाए गए सवालों पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि "यह समय राजनीति करने का नहीं, बल्कि प्रभावितों के साथ खड़े होने का है।" उन्होंने कहा कि सराज में सड़कें युद्ध स्तर पर बहाल की जा रही हैं और राहत कार्य जारी हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि जयराम ठाकुर द्वारा मांगे गए हेलिकॉप्टर की व्यवस्था भी सरकार ने की है और सेना का हेलिकॉप्टर राहत कार्यों के लिए उपलब्ध करवाया गया है। उन्होंने विपक्ष से अपील की कि संकट की इस घड़ी में सहयोग करें, न कि आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति करें।
सांसद कंगना रणौत को भी दी सलाह
मुख्यमंत्री ने मंडी से सांसद कंगना रणौत को भी जिम्मेदारी निभाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि मंडी की जनता ने उन्हें अपना प्रतिनिधि चुना है, इसलिए उनका दायित्व बनता है कि वे केंद्र सरकार से आपदा राहत के लिए अधिक से अधिक सहायता लेकर आएं। उन्होंने कहा कि बयानबाजी की बजाय जमीनी स्तर पर काम करने की जरूरत है।
सीएम सुक्खू का अगला दौरा बड़ा पंचायत क्षेत्र में प्रस्तावित है। वे 10 जुलाई को वापस लौटेंगे। मौसम खराब रहने की स्थिति में वे सड़क मार्ग से यात्रा करेंगे। उल्लेखनीय है कि पहले मंगलवार को उनका मंडी दौरा प्रस्तावित था, जिसे मौसम कारणों से एक दिन के लिए स्थगित कर दिया गया था।