Himachal Pradesh: मंडी में भारी बारिश से तबाही, तीन की मौत, मलबे की चपेट में आए कई वाहन
Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में एक बार फिर भारी बारिश का कहर देखने को मिला है, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई है। वहीं, एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है। फ्लैश फ्लड के कारण मंडी शहर में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। जिला प्रशासन की टीमें पिछले कई घंटे से राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। इसके अलावा भारी बारिश के कारण जिले में दर्जनों लैंडस्लाइड की भी घटनाएं सामने आई हैं, जिसमें दोनों हाईवे सहित 6 मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है। इन सड़कों को खोलने के लिए मौके पर मशीनें लगातार जुटी हुई हैं। कई वाहन फ्लैश फ्लड की चपेट में आ गए। वहीं, पैलेस कॉलोनी-2 में वाहनों को नाले से निकालते समय फ्लैश फ्लड की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो गई। दो लोगों के शव वाहनों के बीच में बुरी तरह से दब गए थे, जिन्हें कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया।
ज़िला मंडी के जेल रोड में बादल फटने की घटना अत्यंत दुःखद और पीड़ादायक है। इसमें दो लोगों की मृत्यु हो गई है और एक व्यक्ति के लापता होने की सूचना है, जिसकी तलाश के लिए बचाव दल युद्धस्तर पर प्रयासरत हैं। कई वाहन भी मलबे में दब गए हैं। शोक-संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहन संवेदनाएँ…
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) July 29, 2025
बचाव कार्य में जुटी एनडीआरएफ की टीम
इसके अलावा इस नाले के साथ लगते अन्य नालों में भी भारी मात्रा में पानी आने से कई वाहनों को नुकसान पहुंचा और घरों में भी मलबा जा घुसा। प्रशासन द्वारा एनडीआरएफ की टीम को भी मौके पर बुलाया गया है और मलबे में फंसी गाड़ियों को निकाला जा रहा है। डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि जिला प्रशासन की टीमों के साथ स्थानीय लोगों ने भी राहत एवं बचाव कार्य में अहम भूमिका निभाई है। इन नालों के पास से रिहायशी इलाकों को खाली कराया गया है। कुछ लोग अपने रिश्तेदारों के यहां ठहरे हुए हैं, वहीं अन्य लोगों की विपाशा सदर में ठहरने की व्यवस्था की गई है। प्रशासन की विभिन्न टीमों द्वारा रेस्टोरेशन के साथ नुकसान का भी आकलन किया जा रहा है।
हिमाचल सरकार ने कैबिनेट बैठक कर आपदा-प्रभावितों के पुनर्वास के लिए निर्धारित सहायता राशि में कई गुना बढ़ोतरी कर विशेष आपदा राहत पैकेज जारी करने का निर्णय लिया है। हर प्रभावित परिवार को राहत और सम्मान के साथ पुनर्स्थापित करना हमारा पहला कर्तव्य है।
घर सिर्फ़ दीवारें नहीं होते, वे… pic.twitter.com/nizumMp61C
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) July 29, 2025
वाहन और घरों को भारी नुकसान
इस खौफनाख मंजर को अपनी आंखों से देखने वाले उत्तर प्रदेश के गणेश ने बताया कि फ्लैश फ्लड के समय यहां खड़े होने के लिए भी जगह तक नहीं बची थी। बड़ी मुश्किल से लोगों और शवों को निकाला, जिसके बाद प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो सका। स्थानीय निवासी विक्की ठाकुर ने बताया कि पहले फ्लैश फ्लड ने कई वाहनों और घरों को अपनी चपेट में ले लिया। इस मलबे की चपेट में कॉलेज की 3 छात्राएं आ गईं, जो यहां किराए के कमरे में रह रही थीं। सुबह साढ़े तीन बजे के करीब जैसे ही उन छात्राओं को मलबे से बाहर निकाला गया, उसके बाद उनके मोहल्ले के नाले ने भी रौद्र रूप धारण कर लिया।