Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में नए शैक्षणिक सत्र से शुरू होंगे 100 CBSE स्कूल: CM सुक्खू
Himachal Pradesh: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हाल ही में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने बताया कि आगामी शैक्षणिक सत्र से हिमाचल प्रदेश में पहले चरण के तहत 100 स्कूलों को सीबीएसई (CBSE) पाठ्यक्रम पर आधारित किया जाएगा।
Himachal Pradesh: स्कूलों का बदलेगा स्वरूप
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि इन नए सीबीएसई स्कूलों की पहचान बाकी स्कूलों से अलग होगी। इन स्कूलों की इमारतों का रंग भी अलग होगा और वहां पढ़ने वाले छात्रों की यूनिफॉर्म भी अन्य स्कूलों से भिन्न होगी। इसके पीछे उद्देश्य यह है कि इन स्कूलों की पहचान विशेष रूप से की जा सके।

CM Sukhu: स्मार्ट क्लास और पौष्टिक भोजन की सुविधा
सुक्खू ने कहा कि इन सीबीएसई स्कूलों में आधुनिक सुविधाएं दी जाएंगी। इसमें स्मार्ट क्लासरूम के साथ-साथ छात्र-छात्राओं के लिए मैस (खानपान व्यवस्था) की भी सुविधा होगी। बच्चों को पौष्टिक और संतुलित भोजन उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे उनका शारीरिक और मानसिक विकास बेहतर हो सके।
Himachal Pradesh News: अब तक 86 स्कूलों की पहचान
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि अब तक 86 स्कूल ऐसे हैं जो सीबीएसई के मानकों को पूरा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि बाकी बचे स्कूलों में भी जल्द से जल्द आवश्यक सुधार किए जाएं ताकि वे भी इस योजना में शामिल हो सकें।
शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष जोर
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए लगातार प्रयास कर रही है और इसके लिए धन की कोई कमी नहीं रखी जा रही। उन्होंने यह भी बताया कि शिक्षकों के खाली पदों को जल्द भरा जा रहा है ताकि पढ़ाई में कोई बाधा न आए। उन्होंने गर्व के साथ बताया कि हिमाचल प्रदेश, जो पहले गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के मामले में देशभर में 21वें स्थान पर था, अब 5वें स्थान पर आ गया है। यह राज्य सरकार के प्रयासों का ही परिणाम है।

डे-बोर्डिंग स्कूल की प्रगति पर चर्चा
बैठक में मुख्यमंत्री ने राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल योजना की भी समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन स्कूलों के निर्माण में तेजी लाई जाए। सुक्खू ने कहा कि इन स्कूलों में ऐसा कैंपस तैयार किया जाए जहां खेल और अन्य गतिविधियों के लिए भी पूरा स्थान हो। इन स्कूलों को शिक्षा सुधार की दिशा में एक मील का पत्थर बताया गया।
स्टेट ऑफ आर्ट कॉलेज की योजना
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि हर जिले में आधुनिक सुविधाओं से युक्त “स्टेट ऑफ आर्ट” कॉलेज बनाए जाएंगे। इन कॉलेजों में न केवल उच्च गुणवत्ता की शिक्षा दी जाएगी, बल्कि छात्रों को विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने का अवसर भी मिलेगा जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो सके।
बैठक में कौन-कौन रहा मौजूद
इस बैठक में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, उच्च शिक्षा निदेशक अमरजीत शर्मा सहित शिक्षा विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट: विक्रांत सूद
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