Top NewsIndiaWorld
Other States | Delhi NCRHaryanaUttar PradeshBiharRajasthanPunjabJammu & KashmirMadhya Pradeshuttarakhand
Business
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

Hindi Poetry: 'मत समझ कि तेरे काबिल नहीं हैं हम...' शायरी की खास पेशकश

हिंदी शायरी: तड़प रहे हैं वो जिसे हासिल नहीं हैं हम

03:34 AM Apr 05, 2025 IST | Prachi Kumawat

हिंदी शायरी: तड़प रहे हैं वो जिसे हासिल नहीं हैं हम

Advertisement

“ये मत समझ कि तेरे काबिल नहीं हैं हम,

तड़प रहे हैं वो जिसे हासिल नहीं हैं हम”

“बस इतनी सी बात पर हमारा परिचय तमाम होता है,

हम उस रास्ते नही जाते जो रास्ता आम होता है”

“लोग मुझे अपने होंठों से लगाए हुए हैं,

मेरी शोहरत किसी के नाम की मोहताज नहीं”

Hindi Literature: हिंदी साहित्य के दिग्गजों के जीवन बदलने वाले विचार

“मैं लोगों से मुलाकातों के लम्हें याद रखता हूँ,

बातें भूल भी जाऊं पर लहजे याद रखता हूँ”

“हम जा रहे हैं वहां जहाँ दिल की हो क़दर,

बैठे रहो तुम अपनी अदायें लिए हुए”

“छोड़ दी है अब हमने वो फनकारी वरना,

तुझ जैसे हसीन तो हम कलम से बना देते थे”

“तेरे हुस्न को परदे की ज़रुरत ही क्या है,

कौन होश में रहता है तुझे देखने के बाद”

“अजीब सी बेताबी है तेरे बिना,

रह भी लेते है और रहा भी नही जाता”

Hindi Poetry: वाह वाह करते थकेंगे नहीं, Jaun Elia के ये शेर दिल में उतर जाएंगे

Advertisement
Next Article