Hindi Poetry: “मिरे घर के रास्ते में” शायरी की दुनिया से 8 बेहतरीन शेर
इन 8 शेरों में छुपा है शायरी का अनमोल खजाना
हम को मालूम है जन्नत की हक़ीक़त लेकिन
दिल के ख़ुश रखने को ‘ग़ालिब’ ये ख़याल अच्छा है
-मिर्ज़ा ग़ालिब
बर्बाद गुलिस्ताँ करने को बस एक ही उल्लू काफ़ी था
हर शाख़ पे उल्लू बैठा है अंजाम-ए-गुलिस्ताँ क्या होगा
-शौक़ बहराइची
हम आह भी करते हैं तो हो जाते हैं बदनाम
वो क़त्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होता
-अकबर इलाहाबादी
Jigar Moradabadi Poetry: जिगर मुरादाबादी के पिटारे से 8 चुनिंदा शेर
ये इश्क़ नहीं आसाँ इतना ही समझ लीजे
इक आग का दरिया है और डूब के जाना है
-जिगर मुरादाबादी
अच्छा ख़ासा बैठे बैठे गुम हो जाता हूँ
अब मैं अक्सर मैं नहीं रहता तुम हो जाता हूँ
-अनवर शऊर
इन्हीं पत्थरों पे चल कर अगर आ सको तो आओ
मिरे घर के रास्ते में कोई कहकशाँ नहीं है
-मुस्तफ़ा ज़ैदी
अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें
जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिलें
-अहमद फ़राज़
ये जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों ने
लम्हों ने ख़ता की थी सदियों ने सज़ा पाई
-मुज़फ़्फ़र रज़्मी
Travel Tips: सफर के दौरान महिलाओं के बैग में जरुर होनी चाहिए ये चीजें