For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

Hindi Poetry: "उसकी याद आई है..." राहत इंदौरी के चुनिंदा शेर

शायरी की दुनिया में राहत इंदौरी के चुनिंदा शेर

08:03 AM Apr 12, 2025 IST | Prachi Kumawat

शायरी की दुनिया में राहत इंदौरी के चुनिंदा शेर

hindi poetry   उसकी याद आई है     राहत इंदौरी के चुनिंदा शेर

“बहुत ग़ुरूर है दरिया को अपने होने पर

जो मेरी प्यास से उलझे तो धज्जियाँ उड़ जाएँ”

“वो चाहता था कि कासा ख़रीद ले मेरा

मैं उस के ताज की क़ीमत लगा के लौट आया”

“उस की याद आई है साँसो ज़रा आहिस्ता चलो

धड़कनों से भी इबादत में ख़लल पड़ता है”

Harivansh Rai Bachchan की प्रसिद्ध कविताएं, साहित्य का अनमोल खजाना

“बीमार को मरज़ की दवा देनी चाहिए

मैं पीना चाहता हूँ पिला देनी चाहिए”

“शाख़ों से टूट जाएँ वो पत्ते नहीं हैं हम

आँधी से कोई कह दे कि औक़ात में रहे”

“अब तो हर हाथ का पत्थर हमें पहचानता है

उम्र गुज़री है तिरे शहर में आते जाते”

“इक मुलाक़ात का जादू कि उतरता ही नहीं

तिरी ख़ुशबू मिरी चादर से नहीं जाती है”

“मैं आ कर दुश्मनों में बस गया हूँ

यहाँ हमदर्द हैं दो-चार मेरे”

“रात की धड़कन जब तक जारी रहती है

सोते नहीं हम ज़िम्मेदारी रहती है”

Popular Hindi Novels: प्रसिद्ध लेखकों के बेहतरीन हिंदी उपन्यास, एक बार अवश्य पढ़ें

Advertisement
Advertisement
Author Image

Prachi Kumawat

View all posts

Advertisement
×