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Hindi Poetry: 'राहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा...'प्यार में छलकती शायरियां

मोहब्बत के शेर, दिल को छू जाने वाले अल्फ़ाज़

09:48 AM Mar 24, 2025 IST | Prachi Kumawat

मोहब्बत के शेर, दिल को छू जाने वाले अल्फ़ाज़

hindi poetry   राहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा    प्यार में छलकती शायरियां

उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो

न जाने किस गली में ज़िंदगी की शाम हो जाए

बशीर बद्र

और भी दुख हैं ज़माने में मोहब्बत के सिवा

राहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

इश्क़ ने ‘ग़ालिब’ निकम्मा कर दिया

वर्ना हम भी आदमी थे काम के

मिर्ज़ा ग़ालिब

Hindi Poetry: इरशाद!… शेर जो हर दिल को छू जाएं

रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ

आ फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ

अहमद फ़राज़

ये इश्क़ नहीं आसाँ इतना ही समझ लीजे

इक आग का दरिया है और डूब के जाना है

जिगर मुरादाबादी

उस की याद आई है साँसो ज़रा आहिस्ता चलो

धड़कनों से भी इबादत में ख़लल पड़ता है

राहत इंदौरी

मोहब्बत में नहीं है फ़र्क़ जीने और मरने का

उसी को देख कर जीते हैं जिस काफ़िर पे दम निकले

मिर्ज़ा ग़ालिब

अच्छा ख़ासा बैठे बैठे गुम हो जाता हूँ

अब मैं अक्सर मैं नहीं रहता तुम हो जाता हूँ

अनवर शऊर

Hindi Poetry: मशहूर शेर जो सबके दिलों में बसते हैं

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Prachi Kumawat

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