Pahalgam Attack: विदेशी नेताओं की मौजूदगी में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी हमलों का इतिहास
विदेशी नेताओं के सामने पाकिस्तान का आतंकवादी चेहरा
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 28 लोगों की मौत हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सऊदी दौरे और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस की भारत यात्रा के दौरान हुए इस हमले में पाकिस्तान का हाथ होने की संभावना है। पाकिस्तानी सेना प्रमुख के विवादित बयान के बाद यह हमला भारत की छवि खराब करने की कोशिश हो सकती है।
जम्मू-कश्मीर, कल शाम पहलगाम में हुए हमले के बाद से भारतीय सेना और लोग, दोनों अलर्ट पर हैं। पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले में अभी तक 28 लोगों के जान गंवाने की पुष्टि हो चुकी है। कई गंभीर रूप से घायल भी हैं।पहलगाम में ये आतंकी हमला तब हुआ जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी दौरे पर थे और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस अपने परिवार के साथ भारत आए हुए हैं। हर बार की तरह इस बार हुए आतंकी हमलों में भी पाकिस्तान का हाथ होने की पूरी संभावना है। कुछ दिनों पहले पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसीम मुनिर ने कश्मीर को लेकर बड़ा बयान भी दिया था। ऐसे में अमेरिकी उपराष्ट्रपति की मौजूदगी में इतना बड़ा आतंकी हमला में अगर पाकिस्तान का हाथ सामने आता है, तो ये विदेशी राजनयिकों के सामने भारत की छवि खराब करने की कोशिश हो सकती है। पहले भी कई बड़े राजनयिकों की मौजूदगी में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी हमले हो चुके हैं।
2000, बिल क्लिंटन के भारतीय दौरे से पहले 36 सिखों की हत्या
20 मार्च 2000, जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग जिले के चित्तीसिंहपुरा गाँव में देर रात कई आतंकी दाखिल हुए। आतंकियों ने 36 सिखों की हत्या कर दी थी। पाकिस्तान प्रायोजित ये आतंकी हमला, उस वक्त के अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के भारतीय दौरे के सिर्फ एक दिन पहले हुआ था।
2002 कालूचक नरसंहार, 30 लोगों की हत्या
14 मई 2002, तीन आतंकवादियों ने हिमाचल प्रदेश के मनाली से जम्मू जा रही हिमाचल सड़क परिवहन निगम की बस पर हमला किया और 7 लोगों की हत्या कर दी। इसके बाद वे सेना के पारिवारिक क्वार्टर में घुस गए और वहाँ रहने वालों पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 10 बच्चों, आठ महिलाओं और पाँच सेना के जवानों सहित 23 लोग मारे गए। इस हमले के दौरान भी अमेरिका के डिप्टी सेक्रेटरी भारतीय दौरे पर थे।
कुछ दिन पहले ही पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने दिया था कश्मीर को लेकर विवादित बयान
पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनिर ने कुछ दिनों पहले ही कश्मीर को लेकर विवादित बयान दिया था। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस बयान पर गंभीर असहमति दर्ज करवाई थी। मुनिर ने कहा था, “यह हमारी jugular vein थी, है और रहेगी। हम इसे नहीं भूलेंगे। हम अपने कश्मीरी भाइयों को भारत के कब्जे के खिलाफ उनकी इस लड़ाई में अकेला नहीं छोड़ेंगे।”
आतंकी हमलों में एक पैटर्न
पाकिस्तान और आतंकियों की हमेशा कोशिश रहती है कि किसी बड़े विदेशी राजनयिक या नेता की मौजूदगी में भारत पर आतंकी हमला किया जाए। इन हमलों में साफ तौर पर एक पैटर्न देखने को मिलता है। ऐसे में भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों को इस दौरान और सतर्क रहना होता है। अमेरिकी राष्ट्रपति की मौजूदगी में हुआ पहलगाम हमला भी इसी पैटर्न का हिस्सा हो सकता है।