होलाष्टक 2022 : 10 मार्च से लग रहा है होलाष्टक, भूलकर भी ना करें अब ये काम
होलिका दहन फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को किया जाता है।
09:16 AM Mar 11, 2022 IST | Desk Team
होलिका दहन फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को किया जाता है। इस साल फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा 17 मार्च को पड़ रही हैं, तो होलिका दहन 17 मार्च 2022 को होगा। उसके अगले दिन चैत्र मास की प्रतिपदा तिथि को रंग वाली होली खेली जाती है।
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इस साल होलाष्टक का प्रारंभ 10 मार्च से हो रहा है, जो 17 मार्च को होलिका दहन तक रहेगा। होलिका दहन के साथ होलाष्टक का समापन हो जाएगा।आइए जानते हैं कि होलाष्ट में किन-किन कार्यों को नहीं करना चाहिए।
होलाष्टक के 8 दिनों में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है।
1. होलाष्टक में कभी भी विवाह, मुंडन, नामकरण, सगाई जैसे काम नहीं करने चाहिए।
2. होलाष्टक के दिनों में नए मकान, वाहन, प्लॉट या दूसरे प्रॉपर्टी की खरीदारी से बचने की सलाह दी जाती है।
3. होलाष्टक के समय में कोई भी यज्ञ, हवन आदि कार्यक्रम नहीं करना चाहिए. उसे होली बाद या उससे पहले कर सकते हैं।
4. ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, होलाष्टक के समय में नौकरी परिवर्तन से बचना चाहिए। नई जॉब ज्वाइन करनी है, तो उसे होलाष्टक के पहले या बाद में करें। यदि अत्यंत ही आवश्यक है, तो कुंडली के आधार पर किसी ज्योतिषाचार्य की सलाह ले सकते हैं।
5. फाल्गुन शुक्ल अष्टमी से लेकर पूर्णिमा के मध्य किसी भी दिन नए मकान का निर्माण कार्य प्रारंभ न कराएं।
6. फाल्गुन शुक्ल अष्टमी से लेकर पूर्णिमा के मध्य गृह प्रवेश न करें।
7. होलाष्टक के समय में कोई भी नया बिजनेस शुरु करने से बचना चाहिए। इस समय में ग्रह उग्र होते हैं। नए बिजनेस की शुरुआत के लिए यह समय अच्छा नहीं माना जाता है।
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