कब आरंभ होगा सनातन धर्म का नया वर्ष?
Horoscope: खगोल विज्ञान में हम भारतीय सदा से ही शेष विश्व में अग्रणी रहे हैं। सूर्य और चंद्र ग्रहण की सटीक गणना ईसा पूर्व से ही हम करते आए हैं। भारत में जितना विस्तृत पंचांग मिलता है वैसी गणितीय गणना अन्यत्र दुर्लभ है। भारतीय विक्रम संवत्सर ईसा से भी 57 वर्ष प्राचीन है। वर्तमान में विक्रम संवत 2080 का साल चल रहा है, और आगामी अंग्रेजी दिनांक 9 अप्रैल 2024 मंगलवार से नया हिंदू वर्ष अर्थात विक्रम संवत 2081 की शुरुआत हो जाएगी।
विक्रम संवत चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा अर्थात पहली तिथि से आरंभ होता है। भारतीय शास्त्रों के अनुसार इसी दिन भगवान श्री ब्रह्मा जी ने इस सृष्टि की रचना की थी। इसलिए यह तिथि किसी भी वर्ष की पहली तिथि मानी जाती है।
चैत्र मास की प्रतिपदा है सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त
चैत्र मास की प्रथम तिथि को समस्त वर्ष के सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त में गणना की जाती है। मान्यता है कि यह स्वयं सिद्ध शुभ दिन होता है। इसलिए चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रथमा को विवाह, गृह प्रवेश, फाउंडेशन, वाहन खरीदना, नौकरी ज्वाइन करना जैसे सभी तरह के कार्यों का शुभारंभ किया जा सकता है। इस दिन दूसरे सभी ग्रह योगों को देखने की आवश्यकता नहीं होती है।
कब शुरू होंगे चैत्र नवरात्रा।
चैत्र मास की प्रथम तिथि से ही चैत्र नवरात्रा का आरंभ होता है। देवी का आह्वान करने के लिए नवरात्रा के प्रथम दिन घट स्थापना की जाती है। इस वर्ष 9 अप्रैल 2024 को प्रथमा तिथि रात्रि 8:30 तक रहेगी। इसलिए नवरात्रा पर घट स्थापना भी इसी दिन होगा। घट स्थापना के लिए प्रातः 11:00 से दोपहर 2:00 तक का समय सबसे श्रेष्ठ है।लेकिन चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रथमा तिथि क्योंकि सभी दोषों से मुक्त होती है, इसलिए सूर्योदय के बाद आप कभी भी घट स्थापना कर सकते हैं।
चैत्र शुक्ल पक्ष प्रथम तिथि न केवल नए वर्ष का पहला दिन है बल्कि यह दिन दूसरे बहुत से महत्वपूर्ण है त्योहार और उत्सवों से भी संबंधित हैं। इस दिन को भारत के कुछ प्रदेशों में गुड़ी पड़वा और उगादि के पर्व के तौर पर बनाते हैं, तो दूसरी तरफ सिंधी समाज में इस दिन वरुण देव श्री झूलेलाल की जयंती के तौर पर बहुत उत्साह और उमंग के साथ मनाए जाने की परम्परा है।
Astrologer Satyanarayan Jangid
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