राख हो जाएगी घर की खुशियां, गोवर्धन पूजा के दिन कर लिए ये तीन काम अगर
दिवाली के अगले दिन गोवर्धन यानी अन्नकूट का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण और गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है। दिवाली का त्योहार कार्तिक अमावस्या पर मनाया जाता है और इसके अगले दिन यानि कार्तिक शुक्ल पक्ष की तिथि को गोवर्धन पूजा का पर्व मनाते हैं।गोवर्धन पूजा में घर के आंगन में गोबर से गोवर्धन बनाकर पूजा की जाती है. इस पर्व का श्रीकृष्ण से भी खास संबंध है।
गोवर्धन पूजा में गौ यानि गायों की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में गायों को देवी लक्ष्मी का स्वरूप भी कहा गया है। इसमें 33 कोटि देवी-देवताओं का वास माना गया है. कहते हैं जो लोग गोवर्धन पूजा के दिन गाय की उपासना करते हैं उन्हें मां लक्ष्मी का विशेष आशीर्वाद मिलता है। मां लक्ष्मी जिस प्रकार सुख समृद्धि प्रदान करती हैं, उसी प्रकार गौमाता भी अपने दूध से स्वास्थ्य रूपी धन प्रदान करती हैं। गौ के प्रति श्रद्धा प्रकट करने के लिए ही इस दिन का विशेष महत्व है।
मान्यता है कि इस दिन जो भी व्यक्ति सच्चे मन और श्रद्धा भाव से पूजा करता है उसे सभी पापों से मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही मनोकामना की पूर्ति होती है। हालांकि, गोवर्धन पूजा वाले दिन कुछ गलतियों को करने से बचना चाहिए ताकि घर की सुख-समृद्धि बनी रहे।आइये जानते हैं कि गोवर्धन पूजा के दिन आपको किन गलतियों से बचना चाहिए।
गोवर्धन पूजा पर भूलकर भी न करें ये काम
घर पर परिवार के सभी लोगों को एक साथ मिलकर गोवर्धन पूजा करनी चाहिए।अलग-अलग पूजा करना अशुभ माना जाता है।
पूजा के दौरान भूलकर भी काले रंग के कपड़े न पहनें।इस दिन हल्के पीले या नारंगी रंग के वस्त्र पहनना उत्तम माना गया है।
गोवर्धन की परिक्रमा हमेशा नंगे पैर करनी चाहिए। इसके अलावा अगर आपने गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा शुरू करने के बाद कभी भी अधूरा नहीं छोड़ना चाहिए।गोवर्धन की परिक्रमा बीच में छोड़ना अशुभ माना जाता है।