Top NewsIndiaWorld
Other States | Delhi NCRHaryanaUttar PradeshBiharRajasthanPunjabJammu & KashmirMadhya Pradeshuttarakhand
Business
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

HP : भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के बाद लापता हुए 5 लोगों अब तक नहीं चला पता

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के बाद लापता हुए पांच लोगों का रविवार को भी पता नहीं चल सका। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।

11:01 PM Aug 21, 2022 IST | Shera Rajput

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के बाद लापता हुए पांच लोगों का रविवार को भी पता नहीं चल सका। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के बाद लापता हुए पांच लोगों का रविवार को भी पता नहीं चल सका। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
Advertisement
वर्षा-संबंधित घटनाओं में 22 व्यक्तियों की मौत ,12 घायल
शनिवार को वर्षा-संबंधित घटनाओं में 22 व्यक्तियों की मौत हुई, जबकि 12 घायल हुए हैं। बारिश के कारण सबसे ज्यादा नुकसान मंडी, कांगड़ा और चंबा जिलों से होने की खबर है।
बाढ़ में लापता हुए पांच लोगों का अभी तक कोई पता नहीं
उन्होंने कहा कि राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने कहा कि मंडी में मंडी-कटोला-पराशर मार्ग पर बाघी नाले में अचानक आई बाढ़ में लापता हुए पांच लोगों का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है।
इलाके में शनिवार को बादल फटने की घटना के बाद कई परिवार बाघी और ओल्ड कटोला के बीच स्थित अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने पहुंचे।
मोख्ता ने कहा कि शोघी और तारा देवी के बीच सोनू बंगला में भूस्खलन के बाद शनिवार शाम को शिमला-चंडीगढ़ राजमार्ग अवरुद्ध हो गया था। अब वहां वाहनों की आवाजाही की मंजूरी दे दी गई है।
मलबा हटाने का काम जारी 
कई सड़कें, खासकर मंडी, में अब भी यातायात के लिए बंद हैं और उन पर से मलबा हटाने का काम जारी है।
प्रमुख सचिव (राजस्व) ओंकार शर्मा ने कहा कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष से प्रभावित जिलों को 232.31 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है।
उन्होंने कहा कि राहत और पुनर्वास कार्यों के लिए सभी जिलों के पास पर्याप्त धन उपलब्ध है।
चक्की नदी पर बने रेलवे पुल के ढह जाने के कारण का पता लगाने के लिए मजिस्ट्रेट ने दिए जांच के आदेश 
कांगड़ा में जिलाधिकारी (डीएम) निपुण जिंदल ने नूरपुर तहसील में चक्की नदी पर बने रेलवे पुल के ढह जाने के कारण का पता लगाने के लिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं।
एक आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट रोहित राठौर घटना की जांच करेंगे और 15 दिनों के भीतर जिलाधिकारी को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपेंगे।
वर्ष 1928 में ब्रिटिश सरकार द्वारा बनाए गए इस ‘नैरो गेज ट्रैक’ पर कुल सात ट्रेन चलती थीं।
डीआरएम ने किया चक्की पुल का निरीक्षण
फिरोजपुर मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) सीमा शर्मा ने रविवार को चक्की पुल का निरीक्षण किया।
उन्होंने बताया कि क्षतिग्रस्त जोगिंदर नगर-पठानकोट मार्ग पर अगले महीने तक आंशिक ट्रेन सेवा बहाल हो सकती हैं।
शर्मा ने कहा कि सितंबर से पपरोला-जसूर और जसूर-जोगिंदर नगर के बीच रेल सेवाएं शुरू होने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि रेलवे कांगड़ा के नूरपुर अनुमंडल के जसूर से पपरोला-जसूर-जोगिंदर नगर तक सेवा बहाल करने की योजना बना रहा है।
डीआरएम ने अन्य अधिकारियों के साथ जसूर रेलवे स्टेशन का भी निरीक्षण किया।
Advertisement
Next Article