नव वर्ष से पहले वृंदावन, वाराणसी में श्रद्धालुओं की भीड़, पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा
नव वर्ष पर वृंदावन और वाराणसी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़
उत्तर प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर नए साल से पहले ही पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ने लगी है। मंदिरों के दर्शन करने के लिए पर्यटक पहले ही मथुरा, वृंदावन, वाराणसी धाम पहुंच गए है। नए साल के मौके पर प्रार्थना करना शुभ माना जाता है। काशी धाम को सभी धार्मिक स्थलों में सर्वोच्च माना जाता है। इस समय वाराणसी पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण हो गया है। नए साल पर यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। श्रद्धालु गंगा घाट पर डुबकी लगाने और फिर काशी विश्वनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं।
डीसीपी काशी जोन, वाराणसी, गौरव बंसवाल ने बताया कि नव वर्ष के जश्न को सुचारू रूप से मनाने के लिए पुलिस गश्त, यातायात नियंत्रण के लिए रास्ते डायवर्जन करने जैसे कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। पुलिस और एनडीआरएफ की टीम नियमित रूप से इलाकों में गश्त कर रहे हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया की नए साल के पांच दिन पहले से ही भारी भीड़ उमड़ने लगी थी। भारी यातायात को नियंत्रित करने के लिए रास्ते डायवर्ट कर दिए गए हैं। अधिक भीड़ वाले इलाकों की पहचान कर उन्हें सेक्टरों में विभाजित किया गया है। पुलिस नियमित रूप से गश्त कर रही है और सीसीटीवी के जरिए इन इलाकों की निगरानी कर रही है।
उत्तर प्रदेश का शहर मथुरा में भी बांके बिहारी, श्री कृष्ण जन्मभूमि और द्वारकाधीश जैसे पवित्र मंदिरों में भारी भीड़ उमड़ रही है। आस्था से भरी भीड़ बढ़ने के साथ, एसएसपी शैलेश पांडे के नेतृत्व में मथुरा पुलिस ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन, अतिरिक्त कैमरे और रणनीतिक पार्किंग व्यवस्था सहित सुरक्षा के कड़े उपाय लागू किए हैं।
एसएसपी (SSP) शैलेश पांडे ने कहा कि नया साल शुरू होने वाला है और ऐसे में देश-विदेश से कान्हा के भक्त भगवान के दर्शन और उनके आशीर्वाद के साथ नए साल की शुरुआत करते हैं। लाखों की संख्या में भक्त बांके बिहारी मंदिर, श्री कृष्ण जन्मभूमि, द्वारकाधीश मंदिर, बरसाना नंदगांव और वृंदावन के गोकुल पहुंचते हैं। नए साल का आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहले ही वृंदावन धाम पहुंच चुके हैं। भीड़ को नियंत्रण करने के लिए प्रमुख मंदिरों के आसपास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।