I Love Muhammad के जवाब में आए I Love Mahadev, वाराणसी में हिंदूओं का पोस्टर वॉर शुरु
I Love Mohammad vs I Love Mahadev: देश में पिछले कुछ दिनों से 'आई लव मोहम्मद' ट्रेंड कर रहा है। यह पोस्टर सबसे पहले यूपी के कानपुर में लगना शुरू हुआ जो धीरे धीरे कई राज्यों में फैल गया। बारावफात के मौके पर मुस्लिम समुदाय के ओर से 'आई लव मोहम्मद' का पोस्टर लिए जुलूस निकाला गया। इसके बाद से ही विवाद खड़ा हो गया। अब इस ट्रेंड के जवाब में हिंदुओं ने भी अपना पोस्टर निकाला है। वाराणसी के संतों ने आई लव मोहम्मदे के जवाब में आई लव महादेव को पोस्टर जारी किया है।
I Love Mohammad vs I Love Mahadev
वाराणसी के अस्सी इलाके में स्थित सुमेरू पीठ के आश्रम में दर्जनों संतों ने हाथ में आई लव मोहम्मद का पोस्टर लिए शंखनाद किया और हर हर महादेव का नारा लगाया। देश को अस्थिर करने की कथित साजिश के विरोध में संतों ने यह पोस्टर जारी किया। पोस्टर जारी करने के बाद, संतों ने इसे काशी की गलियों और चौराहों पर भी लगाया। इसकी खूब चर्चा हो रही है और इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
Varanasi Streets Posters Controversy
सुमेरु पीठ के पीठाधीश्वर स्वामी नरेंद्रानंद ने इस दौरान एक कड़ा बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि भारत को नेपाल या बांग्लादेश नहीं बनने दिया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कोई उनकी बात नहीं मानेगा, तो उसकी "हत्या" कर दी जाएगी। स्वामी नरेंद्रानंद ने आरोप लगाया कि विदेशी फंडिंग के ज़रिए मौलाना जानबूझकर देश को कमज़ोर और अस्थिर करने की साजिशें रच रहे हैं, जिनका मुकाबला किया जाना जरूरी है।
I love Mohammad Controversy
यह पूरा विवाद तब शुरु हुआ जब आई लव मोहम्मद का जुलूस धीरे-धीरे पूरे देश में फैल गया। जगह-जगह पर यही पोस्टर लगाए हैं। इसके बाद वाराणसी के संतों ने भी इसका जवाब देने के लिए नया पोस्टर निकाल दिया। अब देखना यह होगा कि यह विवाद किस दिशा में जाता है और कब खत्म होता है।
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