'..मैं राजनीति छोड़ दूंगा', प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के लिए कर दी बड़ी भविष्यवाणी
Prashant Kishor: बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, इसलिए सियासी गर्माहट बढ़ती जा रही है। 2025 के विधानसभा चुनाव इसलिए भी खास हैं क्योंकि इस बार नीतीश कुमार के लालू यादव के अलावा भी लोगों के पास एक विकल्प है। कभी नीतीश कुमार की बीजेपी की सरकारें बनाने वाले प्रशांत किशोर अब खुद उनके प्रतिद्वंदी बनकर मैदान में उतरे हैं। प्रशांत किशोर जमकर नीतीश कुमार पर हमला बोल रहे हैं। जनसुराज पार्टी के संस्थापक और पूर्व चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। उन्होंने कहा कि इस साल होने वाले चुनाव के बाद नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री नहीं होंगे।
60 प्रतिशत लोग चाहते हैं बदलाव- पीके
पीके ने दावा किया कि बिहार में 60 प्रतिशत से अधिक लोग बदलाव चाहते हैं। प्रशांत किशोर ने यह भी कहा है कि वे इसे लिखित में देंगे। उन्होंने कहा, 'अगले दो महीनों में यह तय हो जाएगा कि बदलाव चाहने वाले 60 प्रतिशत से अधिक लोग किसे वोट देंगे। क्या वे फिर से उन लोगों को वोट देंगे जिन्होंने उन्हें पहले निराश किया है? क्या वे उन पर भरोसा करेंगे? या वे कोई नया विकल्प चुनेंगे? किसी भी तरह से, नवंबर के बाद नीतीश कुमार निश्चित रूप से मुख्यमंत्री नहीं होंगे। मैं आपको यह लिखित में दे सकता हूं। बिहार को नया मुख्यमंत्री मिलेगा।'
'पीएम मोदी और अमित शाह सब जानते हैं'
एक इंटरव्यू में जब पीके से पूछा गया कि उन्हें इतना आत्मविश्वास किस बात ने दिया, तो उन्होंने नीतीश कुमार की 'मानसिक और शारीरिक स्थिति' की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा, "पूरा बिहार जानता है कि नीतीश कुमार कुछ भी करने की मानसिक और शारीरिक स्थिति में नहीं हैं। एक ऐसा व्यक्ति जो मंच पर बैठा हो और अपने बगल में बैठे प्रधानमंत्री का नाम भूल जाए; जो यह नहीं जानता कि राष्ट्रगान बजने पर राष्ट्रगान बज रहा है या कव्वाली... जिसने एक साल से मीडिया को संबोधित नहीं किया। एक ऐसा व्यक्ति जो खुद का ख्याल रखने की स्थिति में नहीं है। वह बिहार का ख्याल कैसे रखेगा? तो, अगर आप और मैं यह जानते हैं, तो क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह नहीं जानते?"
पीके का बड़ा ऐलान
प्रशांत किशोर ने जोर देकर कहा, 'आप लिख कर रख लीजिए। जेडीयू को अकेले 25 से भी कम सीटें मिलने वाली हैं। अगर ऐसा नहीं हुआ तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। चुनाव के बाद जेडीयू का अस्तित्व ही सवालों के घेरे में आ जाएगा। नीतीश कुमार की अप्रूवल रेटिंग 60% से घटकर 16-17% रह गई है। जेडीयू के पास कोई कैडर नहीं है। इसमें सिर्फ नीतीश कुमार थे और अब वे भी चले गए हैं।'
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