असम में कांग्रेस की सरकार बनी तो छह घंटे में चाय कामगारों का वेतन बढ़ा दिया जाएगा : राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार ‘पांच गारंटियां’ देते हुए कहा कि असम में अगर उनकी पार्टी की सरकार बनी तो सीएए लागू नहीं होगा और छह घंटे के अंदर चाय श्रमिकों का दैनिक वेतन बढ़ाकर 365 रुपये कर दिया जाएगा।
11:44 PM Mar 19, 2021 IST | Shera Rajput
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार ‘पांच गारंटियां’ देते हुए कहा कि असम में अगर उनकी पार्टी की सरकार बनी तो सीएए लागू नहीं होगा और छह घंटे के अंदर चाय श्रमिकों का दैनिक वेतन बढ़ाकर 365 रुपये कर दिया जाएगा।
गांधी ने विधानसभा चुनाव के लिये तैयार असम की अपनी यात्रा के पहले दिन चुनावी रैली में कॉलेज के छात्रों, चाय कामगारों समेत सभी वर्ग के लोगों को आश्वासन दिये।
उन्होंने डिब्रूगढ़ जिले में लाहोवल कॉलेज के छात्रों, चाबुआ में चाय कामगारों और डूमडूमा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस असम विधानसभा में यह सुनिश्चित करेगी कि संशोधित नागरकिता कानून (सीएए) लागू न किया जाए।
गांधी ने कहा, ”राष्ट्रीय स्तर पर सत्ता में आने पर हम अन्य राज्यों में भी इसे लागू होने से रोकेंगे।”
दिसंबर 2019 में यह कानून पारित होने के बाद असम में हिंसक प्रदर्शन हुए थे।
कांग्रेस नेता ने चाबुआ में डिनजॉय चाय बागान में कामगारों से मुखातिब होते हुए कहा, ”हम सत्ता में आने के छह घंटे के अंदर चाय कर्मियों का दैनिक वेतन 167 रुपये से बढ़ाकर 365 रुपये कर देंगे। ”
उन्होंने कहा, ”मेरा नाम नरेन्द्र मोदी नहीं है और मैं झूठ नहीं बोलता। कोई क्या बोलता है उसे बोलने दीजिये लेकिन मैं आपको गारंटी देता हूं कि सरकार बनते ही आपको 365 रुपये मिलने लगेंगे।”
गांधी ने कहा कि कांग्रेस पांच गारंटियां देती है, जिनमें पांच साल में युवाओं के लिये पांच लाख सरकारी नौकरियां, प्रत्येक परिवार को 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली और गृहिणियों को प्रतिमाह दो हजार रुपये देना, सीएए लागू न करना और चाय कामगारों का वेतन बढ़ाने की गारंट शामिल है।
इससे पहले, डिब्रूगढ़ जिले में कॉलेज के छात्रों के साथ चर्चा के दौरान गांधी से जब पूछा गया कि क्या भाजपा धर्म और राजनीति को आपस में मिला रही है तो उन्होंने जवाब दिया कि भगवा पार्टी समाज के विभिन्न वर्गों के बीच विभाजन पैदा करने के लिये धर्म का नहीं बल्कि नफरत का इस्तेमाल करती है।
उन्होंने कहा, ”कोई भी धर्म दुश्मनी नहीं सिखाता। हिंदू धर्म में कहां लिखा है कि नफरत फैलानी चाहिये? भाजपा ने समाज को बांटने के लिए नफरत का इस्तेमाल किया। वे चाहे जो कर लें पर कांग्रेस प्यार और सौहार्द बढ़ाएगी।’’
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का अप्रत्यक्ष तौर पर जिक्र करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि नागपुर में एक ताकत देश को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है’’ लेकिन युवाओं को प्यार और विश्वास से इस कोशिश को रोकना होगा, क्योंकि वे देश का भविष्य हैं।
गांधी ने कहा कि 20 साल पहले असम हिंसा से त्रस्त था लेकिन कांग्रेस की सरकार बनी तो उसने शांति और विकास सुनिश्चित किया।
उन्होंने कहा, ”भाजपा का काम है तोड़ना, हमारा काम है जोड़ना।”
कांग्रेस नेता ने कहा कि नफरत और बेरोजगारी के बीच सीधा संबंध है। उन्होंने कहा, ”नफरत बढ़ती है तो बेरोजगारी बढ़ती है और बेरोजगारी से नफरत को बढ़ावा मिलता है । क्या आपस में लड़ रहे समाज के दो वर्ग एक साथ कारोबार कर सकते हैं? कारोबार और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिये सौहार्द और भाईचारा होना चाहिये। ”
उन्होंने भाजपा पर असम की चाय कंपनियों और गुवाहाटी एयरपोर्ट जैसे राज्य के संसाधन बाहरियों को बेचने का भी आरोप लगाया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गांधी ने कहा कि देश में फिलहाल ‘हम दो, हमारे दो’ की सरकार है। जिनमें दो संसद के अंदर (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर इशारा करते हुए) हैं और दो बाहर (अडानी और अंबानी) हैं।
उन्होंने कहा, ”असम के संसाधन और दौलत असमी जनता के लिये होनी चाहिये। राज्य सरकार यहां की जनता के हितों के हिसाब से चलनी चाहिये।”
दो दिन के दौरे पर असम आए राहुल गांधी का राज्य में चुनाव के लिए शनिवार को पार्टी का घोषणापत्र जारी करने का कार्यक्रम है।
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