'न्यूक्लियर प्रोग्राम दोबारा शुरू किया तो फिर अटैक करेंगे...', ईरान को Donald Trump की चेतावनी
Donald Trump: ईरान ने पहली बार सार्वजनिक रूप से यह स्वीकार किया है कि हाल ही में अमेरिकी सैन्य कार्रवाई में उसके परमाणु ठिकानों को नुकसान पहुंचा है. वहीं इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस हमले को लेकर नीदरलैंड में आयोजित नाटो समिट के दौरान मीडिया से बातचीत की.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि अमेरिकी कार्रवाई के चलते ईरान और इजराइल के बीच 12 दिनों से चल रही जंग को विराम मिला.ट्रम्प ने दावा किया, "इन 12 दिनों में ईरान ने बहुत कुछ झेला. यह इतना भयानक था कि उसे परमाणु हथियार कार्यक्रम को छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा. अगर वे फिर से इसे शुरू करेंगे, तो हम दोबारा हमला करेंगे."
'न्यूक्लियर प्रोग्राम पूरी तरह नष्ट नहीं हुआ'
अमेरिकी मीडिया ने खुफिया सूत्रों के हवाले से बताया है कि ईरान का न्यूक्लियर प्रोग्राम पूरी तरह नष्ट नहीं हुआ है. केवल कुछ महीनों के लिए इसकी प्रगति धीमी पड़ी है. इस रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के पास अभी भी परमाणु तकनीक की आधारभूत संरचना मौजूद है. अमेरिकी हमलों से उन्हें अस्थायी झटका जरूर लगा है, लेकिन लंबे समय के लिए उन्हें पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सका है. हालांकि ट्रम्प ने इन रिपोर्टों को खारिज करते हुए उन्हें 'फेक न्यूज' करार दिया और अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ सोशल पर कहा कि अमेरिका ने जो कहा, वही सच है.
12 दिन की जंग के बाद युद्धविराम
ईरान और इजराइल के बीच चली 12 दिन की लड़ाई अब युद्धविराम में बदल गई है. मंगलवार को तड़के 3:30 बजे अमेरिकी राष्ट्रपति ने खुद सोशल मीडिया के माध्यम से इसकी घोषणा की. इसके बाद दोनों देशों ने भी युद्धविराम की पुष्टि की.
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे अपनी देश की "ऐतिहासिक जीत" बताया और कहा कि आने वाली पीढ़ियां इस उपलब्धि को याद रखेंगी. वहीं, ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने साफ किया कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को बंद नहीं करेगा.
तेहरान में जश्न, परमाणु नीति पर अडिग ईरान
ईरान ने युद्धविराम के बाद तेहरान में विजय समारोह का आयोजन किया. विदेश मंत्री अराघची ने कहा, "हमने परमाणु तकनीक को पाने के लिए कई बलिदान दिए हैं. यह सिर्फ एक तकनीक नहीं, हमारी वैज्ञानिक उपलब्धियों का प्रतीक है. हम इसे नहीं छोड़ेंगे."इस बयान से स्पष्ट है कि अमेरिका और इजराइल की कार्रवाई के बावजूद ईरान अपने न्यूक्लियर प्रोग्राम को पूरी तरह से बंद करने के मूड में नहीं है.
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