अगर दुनिया ऐसे ही दूर खड़ी रही, तो हम हार जाएंगे...यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का इमोशनल मैसेज
यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने दुनिया को भावुक मैसेज दिया है। उन्होंने कहा कि अगर दुनिया ऐसे ही दूर खड़ी रही तो हम हार जाएंगे
07:37 PM Mar 08, 2022 IST | Desk Team
यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने दुनिया को भावुक मैसेज दिया है। उन्होंने कहा कि अगर दुनिया ऐसे ही दूर खड़ी रही तो हम हार जाएंगे। हम अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं। जेलेंस्की ने युद्ध के दौरान सुरक्षित निकासी की कोशिश कर रहे यूक्रेनी नागरिकों के लिए मानवीय गलियारों के विस्तार और रेड क्रॉस से अधिक सहयोग का आह्वान किया है।
केबंदी के बीच शरीर में पानी की कमी होने से एक बच्चे की मौत हो गई
एक अज्ञात जगह से मंगलवार को दिए गए वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि दक्षिणी समुद्री बंदरगाह शहर मारियुपोल में नाकेबंदी के बीच शरीर में पानी की कमी होने से एक बच्चे की मौत हो गई, यह इस बात का संकेत है कि शहर के लोग कितने हताश हो गए हैं।उन्होंने एक बार फिर पश्चिमी देशों से हवाई मदद मांगी है। उन्होंने कहा कि निकासी बसों का मारियुपोल भेजा गया है लेकिन रास्तों को लेकर कोई ठोस सहमति नहीं बनी, इसलिए “रूसी बल रास्ते में इन्हें आसानी से निशाना बना सकते हैं।”
रेड क्रॉस ने “हमारी कारों पर इसके प्रतीक के उपयोग को मना कर” दिया
जेलेंस्की ने आरोप लगाया कि अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस ने “हमारी कारों पर इसके प्रतीक के उपयोग को मना कर” दिया है, हालांकि उन्होंने इस बारे में विवरण नहीं दिया। सूमी से निकलकर मारियुपोल की ओर जाने वाली बसों के वीडियो में बसों के साइड में ‘रेड क्रॉस’ के संकेत बने थे लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि उन्हें वहां किसने चिपकाया था।
20 लाख लोगों ने यूक्रेन छोड़ा
दूसरी ओर, यूक्रेन के दो संकटग्रस्त शहरों से लोगों की निकासी के लिए बसें मंगलवार को सुरक्षित गलियारों से निकलीं। वहीं अधिकारियों ने कहा कि रूस के हमलों के बाद यूक्रेन छोड़कर जाने वाले लोगों की संख्या मंगलवार को 20 लाख पहुंच गयी। रूस के हमलों के बाद यूक्रेन के कुछ इलाकों में लोग फंस गये हैं। जहां उनके पास खाना, पानी और दवाओं की कमी हो रही है। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यह यूरोप में सबसे बड़ा युद्ध चल रहा है। लेकिन यूक्रेन के अधिकारियों ने मंगलवार को कुछ वीडियो पोस्ट किए जिनमें लोगों से खचाखच भरी बसों को देखा जा सकता है. ये बसें पूर्वी शहर सूमी और अन्य इलाकों से बर्फ से ढकी एक सड़क पर चलती देखी जा सकती हैं।
केबंदी के बीच शरीर में पानी की कमी होने से एक बच्चे की मौत हो गई
एक अज्ञात जगह से मंगलवार को दिए गए वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि दक्षिणी समुद्री बंदरगाह शहर मारियुपोल में नाकेबंदी के बीच शरीर में पानी की कमी होने से एक बच्चे की मौत हो गई, यह इस बात का संकेत है कि शहर के लोग कितने हताश हो गए हैं।उन्होंने एक बार फिर पश्चिमी देशों से हवाई मदद मांगी है। उन्होंने कहा कि निकासी बसों का मारियुपोल भेजा गया है लेकिन रास्तों को लेकर कोई ठोस सहमति नहीं बनी, इसलिए “रूसी बल रास्ते में इन्हें आसानी से निशाना बना सकते हैं।”
रेड क्रॉस ने “हमारी कारों पर इसके प्रतीक के उपयोग को मना कर” दिया
जेलेंस्की ने आरोप लगाया कि अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस ने “हमारी कारों पर इसके प्रतीक के उपयोग को मना कर” दिया है, हालांकि उन्होंने इस बारे में विवरण नहीं दिया। सूमी से निकलकर मारियुपोल की ओर जाने वाली बसों के वीडियो में बसों के साइड में ‘रेड क्रॉस’ के संकेत बने थे लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि उन्हें वहां किसने चिपकाया था।
20 लाख लोगों ने यूक्रेन छोड़ा
दूसरी ओर, यूक्रेन के दो संकटग्रस्त शहरों से लोगों की निकासी के लिए बसें मंगलवार को सुरक्षित गलियारों से निकलीं। वहीं अधिकारियों ने कहा कि रूस के हमलों के बाद यूक्रेन छोड़कर जाने वाले लोगों की संख्या मंगलवार को 20 लाख पहुंच गयी। रूस के हमलों के बाद यूक्रेन के कुछ इलाकों में लोग फंस गये हैं। जहां उनके पास खाना, पानी और दवाओं की कमी हो रही है। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यह यूरोप में सबसे बड़ा युद्ध चल रहा है। लेकिन यूक्रेन के अधिकारियों ने मंगलवार को कुछ वीडियो पोस्ट किए जिनमें लोगों से खचाखच भरी बसों को देखा जा सकता है. ये बसें पूर्वी शहर सूमी और अन्य इलाकों से बर्फ से ढकी एक सड़क पर चलती देखी जा सकती हैं।
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