रांची में अवैध करेंसी के कारोबार का भंडाफोड़, आरोपी गिरफ्तार
रांची में जाली नोटों का बड़ा नेटवर्क उजागर…
रांची में पुलिस ने जाली नोटों के कारोबार का पर्दाफाश किया है। सुभाष कुमार के घर से 500 रुपए के 37 नकली नोट बरामद हुए। सुभाष की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को शक है कि वह अवैध करेंसी के बड़े नेटवर्क का हिस्सा है। पुलिस अब विस्तृत पूछताछ कर रही है।
झारखंड की राजधानी रांची में पुलिस ने जाली नोटों के कारोबार का खुलासा किया है। एक व्यक्ति के घर में छापेमारी कर 500 रुपए के 37 जाली नोट जब्त किए गए हैं। आरोपी व्यक्ति का नाम सुभाष कुमार है, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस का मानना है कि सुभाष अवैध करेंसी बनाने-चलाने वाले किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा है। उससे विस्तृत पूछताछ की जाएगी। रांची के डीआईजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, जांच जारी
उन्होंने बताया कि पुलिस को यह सफलता मो. जमाल नाम के व्यक्ति द्वारा दिए गए एक आवेदन पर जांच के दौरान मिली। मो. जमाल ने आवेदन में बताया कि शहर के सुधा कॉम्प्लेक्स में उनकी मोबाइल की दुकान है। बुधवार को एक नाबालिग लड़का उनकी दुकान पर आया। उसने 3,500 रुपए का एक मोबाइल खरीदा। उसने 500 रुपए के सात नोट दिए। नोटों की गिनती करते हुए ध्यान से देखने पर पता चला कि सभी नोट नकली थे। कई नोटों का सीरियल नंबर एक ही सीरीज के थे।
आरोपी के पास से जाली नोट बरामद
उसने आसपास के अन्य दुकानदारों को इसकी सूचना दी और लड़के से पूछताछ की। उसने बताया कि उसके पिता सुभाष प्रसाद के पास ऐसे कई नोट हैं। पुलिस ने आवेदन मिलते ही नामकुम थाना क्षेत्र के कालीनगर निवासी सुभाष प्रसाद के आवास की तलाशी ली। इस दौरान बिस्तर के नीचे से पांच-पांच सौ 29 जाली नोट बरामद हुए। इन नोटों में भी कई पर एक ही नंबर था। इसके बाद सुभाष प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अब इस जाली नोट के नेटवर्क के अन्य सदस्यों और इसके स्रोत का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
इसके पहले अप्रैल महीने में झारखंड के साहिबगंज जिले में रेलवे पुलिस ने बरहड़वा स्टेशन से तीन लोगों को चार लाख 12 हजार रुपए के जाली नोट के साथ गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार किए गए लोगों में दो पंजाब और एक झारखंड का निवासी था।