पहलगाम हमले पर IMA की कड़ी निंदा, पीड़ितों को चिकित्सा सहायता का आश्वासन
IMA ने पहलगाम हमले को बताया कायरतापूर्ण
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की आईएमए ने कड़ी निंदा की और पीड़ितों को चिकित्सा सहायता का आश्वासन दिया। इस हमले में कई निर्दोष लोगों की जान चली गई। आईएमए ने शोक प्रकट करते हुए कहा कि वह पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है और घायल लोगों को हर संभव चिकित्सा सहायता प्रदान करेगा।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर मंगलवार को हुए आतंकी हमले की इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने कड़े शब्दों में निंदा की। इसके अलावा, पीड़ितों को चिकित्सा सहायता देने का भी ऐलान किया गया। इस आतंकी हमले में कई निर्दोष लोगों की जान चली गई, जिसको लेकर आईएमए ने गहरा शोक प्रकट किया है और पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। आईएमए ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा, “हम इस कायरतापूर्ण आतंकी हमले की कठोरतम शब्दों में निंदा करते हैं। यह देश की मानवता और शांति के विरुद्ध किया गया एक निंदनीय कृत्य है। हम उन मासूम लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जिन्होंने इस निर्मम हिंसा में अपनी जान गंवाई। आईएमए ने इस दुखद घड़ी में पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ खड़े रहने की प्रतिबद्धता जताई है। संगठन ने घोषणा की कि वह घायल लोगों को हर संभव चिकित्सा सहायता प्रदान करेगा, जिसमें स्थानीय स्तर से लेकर देशभर के मेडिकल नेटवर्क के माध्यम से उपचार शामिल है। आईएमए ने यह भी स्पष्ट किया कि वह केंद्र और राज्य सरकार, स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर समन्वय स्थापित करेगा ताकि सभी घायल और पीड़ितों को तुरंत एवं प्रभावी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सके।
पहलगाम हमले के बाद बाड़मेर सीमा पर हाई अलर्ट, सुरक्षा कड़ी
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई और कई घायल हो गए। यह जगह श्रीनगर से लगभग 30 मील दूर एक पर्यटन स्थल है। इस घिनौनी आतंकी हमले की हर तरफ कड़ी निंदा की जा रही है, देश ही नहीं, बल्कि विदेश में कड़ी निंदा हो रही है।
इस हमले को लेकर केंद्र ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाने का भी निर्णय लिया है। सूत्रों की मानें तो इस बैठक में हमले के बाद की स्थिति, सुरक्षा को लेकर उठाए जा रहे कदम और आगामी रणनीति पर चर्चा की जाएगी। इससे पहले, बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक की थी। जिसमें पाकिस्तान को सख्त संदेश देने के लिए कई अहम फैसले लिए गए।