Top NewsIndiaWorld
Other States | Uttar PradeshRajasthanPunjabJammu & KashmirMadhya Pradeshuttarakhand
Business
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

Pakistan में भारतीय स्ट्राइक का असर, PSL छोड़ सकते हैं विदेशी खिलाड़ी

भारतीय स्ट्राइक के बाद PSL में विदेशी खिलाड़ियों की भागीदारी पर संकट

08:22 AM May 07, 2025 IST | Juhi Singh

भारतीय स्ट्राइक के बाद PSL में विदेशी खिलाड़ियों की भागीदारी पर संकट

भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक के ज़रिए दे दिया है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर तबाह कर दिया। इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के मुख्य अड्डों को भारी नुकसान हुआ है। बहावलपुर में अकेले 30 से ज़्यादा आतंकियों के मारे जाने की खबर है।

Advertisement

पाकिस्तान में हड़कंप, PSL पर खतरा

भारत की इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में डर और घबराहट का माहौल है। यहां तक कि वहां चल रही पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। भारत ने पहले ही PSL का प्रसारण बंद कर दिया था, लेकिन अब लाहौर में इमरजेंसी घोषित होने के बाद इस टूर्नामेंट को बीच में रोकना पड़ सकता है। PSL के अब तक 25 मैच पूरे हो चुके हैं। बाकी बचे 9 मैचों में से 5 लीग राउंड के हैं और 4 नॉकआउट मुकाबले हैं। इन मैचों का आयोजन रावलपिंडी, मुल्तान और लाहौर में होना है। फाइनल मैच 18 मई को लाहौर में खेला जाना है, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए वहां मैच कराना बेहद मुश्किल लग रहा है।

विदेशी खिलाड़ी PSL छोड़ सकते हैं

लाहौर में इमरजेंसी की वजह से सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं। पाकिस्तान की पुलिस चाहे कितनी भी सुरक्षा का दावा करे, लेकिन इंटरनेशनल खिलाड़ियों का वहां रुकना अब मुश्किल हो गया है। ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर, बेन मैकडरमॉट, इंग्लैंड के जेम्स विंस और न्यूज़ीलैंड के टिम साइफर्ट जैसे खिलाड़ी टूर्नामेंट छोड़ने का फैसला कर सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो पाकिस्तान को एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शर्मिंदगी का सामना करना पड़ेगा।

इस स्ट्राइक के ज़रिए भारत ने न सिर्फ अपने शहीदों का बदला लिया, बल्कि पाकिस्तान और पूरी दुनिया को यह साफ कर दिया कि आतंकवाद के खिलाफ अब हर कदम मजबूत और निर्णायक होगा। भारत अब चुप नहीं बैठेगा — जो भी देश आतंकियों को पनाह देगा, उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।

Advertisement
Next Article