जानिए क्या है पर्यावरणीय स्थिरता और इसके महत्व
पर्यावरणीय स्थिरता के महत्व पर एक नजर
हम सभी मनुष्य प्रजाती अपना जीवन व्यतीत करने के लिए ज्यादातर पर्यावरण या प्राकृतिक संसाधनों पर निर्भर है लेकिन इन संसाधनों का सही तरीके से प्रयोग करना चाहिए जिससे आने वाली पीढ़ियों के लिए भी पर्याप्त संसाधन मौजूद रहे। इन सभी संसाधनो का प्रबंधन ही पर्यावरणीय स्थिरता कहलाता है। पर्यावरणीय स्थिरता की अवधारणा सन् 1987 में बनी थी। इस समय पर्यावरण और विकास पर विश्व आयोग ने पर्यावरण को स्थिर करने लिए स्थायी विकास की अवधारणा बनाई थी। इस अवधारणा का मतलब था कि वर्तमान पीढ़ियों की ज़रूरतों को पूरा किया जाए लेकिन भविष्य की पीढ़ियों की ज़रूरतों से समझौता नहीं किया जाना चाहिए।
पर्यावरणीय स्थिरता क्या है ?
प्राकृतिक पर्यावरण हमें कई संसाधन देते है औऱ इन संसाधनों का प्रयोग हम सभी रोज की जीवन शैली में प्रयोग करते है। लेकिन इन संसाधनो का प्रबंधन ना होना और अधिक प्रयोग होने के कारण ये सभी संसाधन जल्द ही खत्म हो सकते है। पर्यावरणीय स्थिरता, प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करने और वैश्विक पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा करता है। वर्तमान में संसाधनों का अत्याधिक प्रयोग करने से इसके प्रभाव का तुरंत पता नहीं चल पाएगा लेकिन भविष्य में संसाधनों का अभाव भावी पीढ़ियों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। पर्यावरणीय स्थिरता के लिए हम सभी को ऐसा जीवन विकल्प चुनने की ज़रूरत है जो भविष्य की पीढ़ियों के लिए भी बेहतर जीवन शैली सुनिश्चित करें।
पर्यावरणीय स्थिरता क्यों महत्वपूर्ण है ?
हम सभी प्राकृतिक संसाधनों औऱ उर्जा का तेजी से प्रयोग कर रहे है। कई संसाधन और जीवाश्म ईंधन जो सीमित और गैर-नवीकरणीय संसाधन है। हम इन संसाधनों का अत्याधिक प्रयोग करके संतुलन को बिगाड़ रहे है। सिर्फ संसाधन ही नहीं ब्लकि जंगलो का कटाव, मिट्टी को नष्ट करना, हवा, पानी और जमीन को प्रदूषित कर रहे है जिससे ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन बढ़ रहा है। जिससे हमारा ग्रह गर्म होता जा रहा है भविष्य में यह रहने योग्य नहीं रह सकता है। पर्यावरणीय स्थिरता के बिना प्राकृतिक आपदाएं, जलवायु का बिगड़ना आम हो जाएगा। इतने बड़े विनाश को कम करने के लिए पर्यावरणीय स्थिरता मह्तवपूर्ण है। हमें संसाधनों के अत्याधिक नुकसान को रोकना चाहिए साथ ही यह सुनिश्चित करना चाहिए है कि हमारी भावी पीढ़ियों के पास रहने के लिए पर्याप्त संसाधन औऱ रहने के लिए स्वस्थ स्थान हों।
पर्यावरणीय स्थिरता को संतुलित करने के उपाय
पर्यावरणीय स्थिरता को संतुलित करना आज के समय में सबसे जरुरी हो गया है। जिसके कुछ उपाय निम्न है।
1 नवीकरणीय संसाधनों पर कार्य करना चाहिए जिससे गैर नवीकरणीय संसाधनों पर निर्भरता कम होगी और इनका प्रयोग भी कम होगा
2 किसी भी उत्पादन में हानिकारक रसायनों का इस्तेमाल कम करना चाहिए।
3 प्लास्टिक के उपयोग को खत्म करने पर ध्यान देना होगा और अन्य गैर-बायोडिग्रेडेबल का इस्तेमाल भी कम करना चाहिए
4 वनों की कटाई का प्रबंधन करना चाहिए
5 स्वच्छ वातावरण के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए।