Etawah के दांदरपुर गांव में फिर बिगड़े हालात, अहीर रेजिमेंट के लोगों की पुलिस से झड़प
Etawah: उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के दांदरपुर गांव में हालात एक बार फिर तनावपूर्ण हो गए हैं. हाल ही में यादव कथावाचकों के साथ दुर्व्यवहार के एक मामले को लेकर स्थिति बिगड़ी थी. इस घटना के बाद 'अहीर रेजिमेंट' के समर्थक भारी संख्या में दांदरपुर गांव में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे. ऐसे में पुलिस द्वारा उन्हें रोकने की कोशिश की गई, लेकिन भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिससे स्थिति और भी बिगड़ गई. पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग किया, और इस दौरान पुलिस के एक दारोगा को कई राउंड हवाई फायरिंग करनी पड़ी.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पथराव के दौरान पुलिस की गाड़ी को भी नुकसान पहुंचा. भीड़ ने लाठी-डंडों और पत्थरों से पुलिस की गाड़ी को तोड़ डाला. पुलिस ने अपनी सुरक्षा के लिए हवाई फायरिंग की, लेकिन कुछ समय के लिए पुलिस बैकफुट पर आ गई. हालात ऐसे बने कि पुलिस को त्वरित कार्रवाई करते हुए कई उपद्रवियों को गिरफ्तार करना पड़ा. इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो भी सामने आया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इस वीडियो के माध्यम से पुलिस अब उन उपद्रवियों की पहचान करने की कोशिश कर रही है, जो मौके से फरार हो गए थे.
शांति-व्यवस्था पर पुलिस की कड़ी निगरानी
घटना के बाद इटावा पुलिस ने स्थिति को तुरंत नियंत्रण में लिया. पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्रीशचंद्र ने बताया कि कुछ लोगों ने जानबूझकर अशांति फैलाने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस ने तत्परता से इन सबको काबू कर लिया. उन्होंने यह भी कहा कि स्थिति अब शांतिपूर्ण है और कानून-व्यवस्था कायम है. इस मामले में दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ने बताया कि गांव के बाहर पहले से भारी पुलिस बल तैनात था, जिसके कारण स्थिति को नियंत्रण में रखा गया.
देखें वीडियो-https://x.com/gyanu999/status/1938223262431072560
कथावाचक के साथ दुर्व्यवहार का मामला
इस तनाव की शुरुआत 21 जून को हुई थी, जब दांदरपुर गांव में कथावाचक मुकुट मणि यादव और उनके साथी संत कुमार यादव के साथ दुर्व्यवहार हुआ था. आरोप था कि इन कथावाचकों ने जाति छिपाकर कथा का आयोजन किया और एक महिला से छेड़खानी भी की. इस घटना के बाद कथावाचकों के खिलाफ गांव के ब्राह्मण समुदाय के युवकों ने मारपीट की और संत कुमार यादव का सिर मुंडवा दिया. इसके बाद पुलिस ने 23 जून को चार ब्राह्मण युवकों को गिरफ्तार किया. हालांकि, कथावाचक पक्ष ने भी उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर दी.
इस मामले ने राजनैतिक रंग भी ले लिया था. समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार को इस घटना को लेकर घेरा और पीड़ित कथावाचकों के लिए न्याय की मांग की. बाद में, पीड़ित कथावाचकों को सम्मानित भी किया गया, जिससे यह मामला और भी तूल पकड़ गया.
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