गाजा में फिर इजराइल ने बरसाई आफत, राहत केंद्र की ओर जा रहे 28 फिलिस्तीनियों की मौत
एक बार फिर गाजा में इजराइल ने आफत बरसाई है. जिससे यहां हालात बेहद गंभीर हो गए हैं. शनिवार को राहत केंद्र की ओर जा रहे फिलिस्तीनियों पर हुई गोलीबारी और हवाई हमलों में दर्जनों लोग मारे गए. फिलिस्तीनी अस्पतालों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दक्षिणी गाजा के राफा इलाके में, जब लोग एक रहात केंद्र की ओर जा रहे थे, तभी उन पर गोलीबारी की गई. इस हमले में कम से कम 31 लोग मारे गए. यह राहत केंद्र एक अमेरिकी समर्थित संगठन ‘गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन’ द्वारा चलाया जा रहा था.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मध्य गाजा के दीर अल-बला इलाके में हुए हवाई हमले में चार बच्चों समेत 13 लोगों की जान चली गई. वहीं, दक्षिण गाजा के खान यूनिस में भी 15 लोग मारे गए. अस्पतालों के अनुसार, घायल हुए 100 से अधिक लोगों में से ज्यादातर को गोली लगी थी.
इजराइली सेना की प्रतिक्रिया
इजराइल की सेना का कहना है कि उन्होंने केवल चेतावनी देने के लिए गोलियां चलाई थीं क्योंकि कुछ लोग संदिग्ध तरीके से पास आ रहे थे. सेना ने यह भी दावा किया कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है. गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन ने भी कहा कि उनके राहत केंद्रों के पास कोई घटना नहीं हुई.
चश्मदीद का बयान
एक स्थानीय निवासी अब्दुल्ला अल-हद्दाद ने बताया कि जब वह राफा के पास एक सहायता वितरण केंद्र से लगभग 200 मीटर की दूरी पर थे, तभी इजराइली टैंक से अचानक गोलीबारी शुरू हो गई, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई.
गाजा में 250 जगहों पर हमले
इजराइली सेना के अनुसार, पिछले दो दिनों में गाजा में करीब 250 ठिकानों पर हमले किए गए. इनमें हमास के लड़ाके, हथियार डिपो, टैंक रोधी मिसाइल लॉन्च साइट्स, सुरंगें और अन्य सैन्य ढांचे शामिल थे. वहीं इजराइल ने भूमध्यसागर से लगी अपनी सीमा पर भी सख्ती बढ़ा दी है. अब मछुआरों, तैराकों और गोताखोरों को समुद्र में जाने की अनुमति नहीं है.
युद्धविराम पर प्रगति नहीं
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच हुई बैठकों के बावजूद युद्धविराम को लेकर कोई ठोस निर्णय नहीं हुआ है. ट्रंप ने दावा किया था कि एक समझौता होने के करीब हैं, लेकिन जमीनी हालात उसके विपरीत नजर आ रहे हैं.
मानवीय संकट गहराया
लगातार जारी संघर्ष और प्रतिबंधों की वजह से गाजा की करीब 20 लाख की आबादी बाहरी सहायता पर निर्भर हो गई है. खाद्य विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि क्षेत्र में हालात भुखमरी की ओर बढ़ सकते हैं. मार्च में युद्धविराम खत्म होने के बाद, इजराइल ने राहत सामग्री के प्रवेश को सीमित कर दिया है.