ओपनिंग के मामले में भारतीय टीम 20 साल से रही है फ्लॉप, और कब तक चलेगा ऐसा
भारतीय टीम के उपकप्तान केएल राहुल इन दिनों बिल्कुल भी फॉर्म में नहीं है,मगर फिर भी उन्हें टीम में लगातार मौके मिल रहे हैं। पिछले कुछ महीनों से इस खिलाड़ी ने भारतीय टीम के लिए कुछ खास नहीं किया है, चाहे वो क्रिकेट का कोई भी फॉर्मेट हो।
04:18 PM Dec 26, 2022 IST | Desk Team
भारतीय टीम के उपकप्तान केएल राहुल इन दिनों बिल्कुल भी फॉर्म में नहीं है,मगर फिर भी उन्हें टीम में लगातार मौके मिल रहे हैं। पिछले कुछ महीनों से इस खिलाड़ी ने भारतीय टीम के लिए कुछ खास नहीं किया है, चाहे वो क्रिकेट का कोई भी फॉर्मेट हो। इस खिलाड़ी का 2022 में बिल्कुल भी बल्ला नहीं बोला। वहीं एवरेज के मामले में भी इस खिलाड़ी का नाम नीचे से टॉप पर है। आइए जानते हैं भारत के उन चार चुनिंदा ओपनर बल्लेबाज के बारे में, जिन्हें मौके तो कई मिले, पर उसका फायदा उठाने में नाकाम रहे।
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इस लिस्ट में नीचे से चौथे टॉप बल्लेबाज है भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी वसीम जाफर। इस खिलाड़ी ने भारतीय टीम के लिए खेलते हुए दोहरा शतक तो जरूर जड़ा था, पर उसके बाद इनका बल्ला कभी नहीं बोला। 2008 का वक्त तो ऐसा था, जब जाफर की फॉर्म बिल्कुल भी नहीं थी और उस पूरे साल में इस खिलाड़ी ने 17.33 के औसत से रन बनाया था. हालांकि इसके बाद जाफर को टीम से बाहर कर दिया गया था और फिर लगातार डोमेस्टिक क्रिकेट में बढ़िया प्रदर्शन करने के बावजूद टीम में वापस मौका नहीं दिया गया।
इसके बाद नाम आता है वर्तमान में बारतीय टीम के उपकप्तान केएल राहुल का। इस खिलाड़ी को मौके पर मौके मिल रहे हैं, मजर फॉर्म में वापसी नहीं हो पा रही हैं। इंजरी से लौटने के बाद उन्हें लगातार भारतीय टीम में मौके दिए गए, दूसरे इफॉर्म खिलाड़ी को बाहर कर दिया गया इन पर भरोसा करके, लेकिन फिर भी उम्मीदों पर उन्होंने लगातार पानी फेरा। बांग्लादेश के खिलाफ भले ही राहुल ने मेजबान टीम को 2-0 से सीरीज हरा दिया, मगर इनके फॉर्म में वापसी नहीं हुई। राहुल ने 2022 में मात्र 17.12 के औसत से रन बनाए। दिलचस्प तो यह होगा कि भारतीय सेलेक्टर्स कब तक इस खिलाड़ी को और मौका देंगे, ये देखने वाली बात होगी।
नीचे से दूसरे स्थान पर हैं के.एल राहुल के ही चहेते खिलाड़ी मयंक अग्रवाल। दोनों ही खिलाड़ी कर्नाटक की तरफ से ओपनिंग कर चुके हैं। दोनों साथ में भारत के लिए भी ओपन कर चुके हैं। इन्हें भी कई मौके मिले, जिसका फायदा इन्होंने नहीं उठाया। 2020 में मयंक ने भारत की तरफ से ओपनिंग करते हुए मात्र 16.62 की औसत से रन बनाएं और फिर जल्द ही टीम से इन्हें बाहर कर दिया गया।
पहले नंबर पर नाम आता है आकाश चोपड़ा का। इस खिलाड़ी ने पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के साथ कई टेस्ट मुकाबले में ओपन किया है, पर जिस सहवाग जैसे खिलाड़ी नहीं बन पाए। सहवाग, जिन्हें तूफानी बल्लेबाज की सूची में शामिल किया जाता था, तो वहीं आकाश चोपड़ा को उतना ही डिफेंसिफ। आकाश चोपड़ा 2004 में भारत की तरफ से रिकॉर्ड कायम कर 12.55 की औसत से पूरे साल में रन बनाए थे, जोकि आज तक कायम हैं। वहीं आकाश आज कल क्रिकेट एक्सपर्ट के तौर पर काम करते हैं।
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