सीकेडी चुनावों में यतीमखाना के बच्चे बनने लगे मुद्दा
सीकेडी के प्रबंधों तहत चलने वाले यतीम खाना के बच्चों को दावत देने का मामला सीकेडी चुनाव में राजनीतिक मुद्दा बन गया है। इस मामले में अणखी और
लुधियाना- अमृतसर : सीकेडी के प्रबंधों तहत चलने वाले यतीम खाना के बच्चों को दावत देने का मामला सीकेडी चुनाव में राजनीतिक मुद्दा बन गया है। इस मामले में अणखी और चड्ढा ग्रुप आमने सामने हैं।
सीकेडी के पूर्व प्रधान चरनजीत सिंह चड्ढा की ओर से यतीमखाने के बच्चों को अपने आलीशान होटल में खाना खिलाने लिए दावत दी गई थी। जिस पर एतराज जताते हुए अणखी ग्रुप की ओर से प्रधानगी पद के लिए उम्मीदवार निर्मल सिंह ने इसे नियमों का उल्लघंन बताया था।
अमरजीत सिंह भाटिया ने निर्मल सिंह के बयान नीचले स्तर की राजनीति बताया। उन्होंने कहा कि अगर अणखी ग्रुप के लोगों ने किसी व्यक्ति का सम्मान करना होता है तो क्या निर्मल सिंह या सुरिंदर सिंह रूमालेआं वाले खाना उनके घर देकर आते है। उन्होंने कहा कि अगर कोई यह चाहे कि यतीम बच्चों को भी बाहर अच्छा खाना खिलाया जाना चाहिए तो इसमें क्या यह गलत है।
उल्लेखनीय है कि निर्मल सिंह ने पूर्व प्रधान चरनजीत सिंह चड्ढा के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन्हें यतीमखाने के बच्चों की भावनाओं से खिलवाड़ ना करने को कहा था। चड्ढा परिवार की ओर से बच्चों को अपने आलीशान होटल में खाने की दावत देना राजनीति से प्रेरित बताते हुए उन्होंने कहा कि अगर वह लोग सचमुच बच्चों के हमदर्द हैं तो यतीमखाना आकर बच्चों के साथ बैठकर खाना खाएं। दीवान की ओर से यह नियम बनाया हुआ है कि यहां के बच्चे खाना खाने के लिए किसी के घर नहीं जाएंगे।
– सुनीलराय कामरेड