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परीक्षा पे चर्चा में खेल हस्तियों ने छात्रों को बताए सफलता के मंत्र

परीक्षा पे चर्चा: मैरी कॉम और सुहास यतिराज ने छात्रों को दी प्रेरणा

06:40 AM Feb 17, 2025 IST | IANS

परीक्षा पे चर्चा: मैरी कॉम और सुहास यतिराज ने छात्रों को दी प्रेरणा

परीक्षा पे चर्चा में खेल हस्तियों ने छात्रों को बताए सफलता के मंत्र

परीक्षा पे चर्चा के 8वें एपिसोड में मैरी कॉम, सुहास यतिराज और अवनि लेखरा जैसी दिग्गज खेल हस्तियों ने छात्रों के साथ संवाद किया और उनसे अहम टिप्स भी साझा किए। परीक्षा में छात्रों की बेस्ट परफॉरमेंस को समर्पित इस मंच की शुरुआत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की है। इस मंच पर छात्रों को परीक्षा में होने वाले तनाव, डर और शंकाओं से उभरने के लिए प्रोग्राम किया जाता है, जिसमें विविध क्षेत्रों की जानी-मानी हस्तियां भी शिरकत करती हैं।

सुहास यतिराज ने कहा, “आपका दिमाग आपका सबसे बड़ा दोस्त और सबसे बड़ा दुश्मन दोनों हो सकता है। जब आप कोई भी परीक्षा देने जाते हैं तो नर्वस होते ही हैं।” सुहास ने अपनी प्रतियोगिता के अनुभव बताए कैसे वह शुरुआत में बड़े इवेंट में खेलते हुए डर जाते थे। लेकिन उन्होंने हार का डर बाद में कोर्ट के बाहर छोड़ दिया और इसका उन्हें नतीजा मिला। इसके बाद उन्होंने एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने कहा कि जब आप डर छोड़ देंगे तो अपना बेस्ट देंगे।

अवनि लेखरा ने कहा, “इतने बच्चों को देखकर मुझे अपने स्कूल के दिन याद आ रहे हैं। कई बार मुझे लगा कि शूटिंग छोड़ देनी चाहिए। जब हमें किसी चीज की जानकारी नहीं होती तो डर लगता है। इसके बाद मैंने शूटिंग को लेकर जानकारी जुटाई और इस खेल में अच्छा किया।” अवनि ने छात्रों को विफलता से न घबराने की सलाह भी दी। उन्होंने कहा कि विफलता के बिना सफलता नहीं मिलती है। साथ ही दूसरों से खुद की तुलना किए बिना अपना सर्वश्रेष्ठ देने पर फोकस करें।

इस मंच पर सुहास यतिराज ने बच्चों को पॉजिटिव एनर्जी का मंत्र भी दिया और कहा कि आपको लगातार इस ऊर्जा को बनाए रखना होगा। इसके लिए आपको अपने विचारों पर नजर बनाए रखनी होगी। कोई अच्छी चीज आसानी से नहीं मिलती। लेकिन यदि आपमें जुनून है तो आपको उसे हासिल करने के लिए लगातार प्रयास करना होगा। मैरी कॉम ने कहा, “शुरुआती दौर में मैंने बहुत चुनौतियों का सामना किया। बॉक्सिंग को महिलाओं का खेल नहीं माना जाता था। मैं खुद को साबित करने के अलावा देश की हर महिला के लिए भी इसे करना चाहती थी। इसके बाद मैंने चैंपियन तक का सफर तय किया। ये सब आप भी कर सकते हैं। किसी भी क्षेत्र में उपलब्धि हासिल करना आसान नहीं है। इसके लिए शॉर्टकट नहीं है। आपको दोगुनी-तिगुनी मेहनत करनी होगी।

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