प्यार का इजहार इस गांव में एक 'पान' तय करता है लड़की की 'हां या ना'
वैसे मध्यप्रदेश को यूं ही अजब-गजब नहीं कहा जाता है। जी हां वो इसलिए क्योंकि एमपी में हर चीज कुछ अलग सी है।
09:28 AM Dec 18, 2019 IST | Desk Team
वैसे मध्यप्रदेश को यूं ही अजब-गजब नहीं कहा जाता है। जी हां वो इसलिए क्योंकि एमपी में हर चीज कुछ अलग सी है। यहां पर तरह-तरह की सांस्कृतिक धरोहर के साथ बने इस राज्य मे बहुत सारे ऐसे रीति-रिवाज छिपे हुए है जिनपर आम लोगों का विश्वास कर पाना तो बेहद मुश्किल सा काम है। लेकिन यहां पर कुछ भी होना जायज है।
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इतना ही नहीं यहां पर तो कुछ इस तरह की पंरपरा भी है कि यदि कोई लड़की आपका दिया हुआ पान खा लेती है तो इसका मतलब यह हुआ लड़की आपके प्यार के लिए राजी हो गई है। बेशक आप इसे सच न माने लेकिन मध्य प्रदेश में तो लड़की का प्यार का इजहार करने के लिए कुछ इस तरह की ही प्रक्रिया की जाती है।
इंदौर के आदिवासी अंचल धार झाबुआ,खरगोन में होली के समय भगोरिया उत्सव मनाया जाता है। इस बीच भगोरिया उत्सव में बहुत बड़ा मेला लगता है। इसी उत्सव में आदिवासी समाज की शादियां भी सम्पन्न होती हैं। आदिवासी परंपरा के मुताबिक अलग-अलग इलाकों में भगोरिया हाट का आयोजन किया जाता है।
इन्हीं हाट बाजारों में एक बेहद अलग ही परंपरा यह भी होती है यहां पर आदिवासी लड़के-लड़कियां सज-संवर के अपने जीवनसाथी की तलाश में आते हैं। जब इन्हें अपने मुताबिक जीवनसाथी मिल जाता है तब यह अपने पार्टनर की रजामंदी के लिए एक अनोखा तरीका अपनाते हैं। जी हां भगोरिया हाट में लड़के किसी भी आदिवासी लड़की को पान खाने के लिए दे सकता है जिसको वह पंसद करता है।
यदि यवुती ने वो पान खा लिया तो इसको लड़की की रजामंदी के तौर पर देखा जाता है। क्योंकि लड़की का इस तरह पान खाना वहां पर हां माना जाता है।
जिसके बाद यह तय हो जाता है कि लड़की ने आपके द्वारा दिया गया शादी का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है। इतना ही नहीं ऐसी रित में घर वाले भी किसी तरह का विरोध नहीं करते हैं और दोनों की शादी कर देते हैं।
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