Top NewsIndiaWorld
Other States | Delhi NCRHaryanaUttar PradeshBiharRajasthanPunjabJammu & KashmirMadhya Pradeshuttarakhand
Business
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

यदुवंशी का नाम लेकर किसके पक्ष में बोल गए Baba Ramdev, जो बना चर्चा का विषय

04:48 PM Jul 01, 2025 IST | Shivangi Shandilya

इटावा में यादवों और ब्राह्मणों के बीच लड़ाई जारी है। पिछले कुछ दिनों से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। इटावा में कथावाचक की घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। एक तरफ सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है तो दूसरी तरफ बाबा बागेश्वर का भी पलटवार बयान सामने आया है। अब ऐसे में योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) का भी बड़ा बयान सामने आया है।

बाबा रामदेव क्या बोले?

बता दें कि बाबा रामदेव (Baba Ramdev) भी कथा वाचकों के समर्थनों में खड़े हो गए हैं। उन्होंने यादव कथा वाचकों के साथ मारपीट करने वालों पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि यदुवंशी की कथा यदुवंशी नहीं करेंगे तो कौन करेगा? बाबा रामदेव ने आगे कहा कि यदुवंश के भगवान और यादव को ही कथा नहीं करने देंगे।

बाबा ने खुलकर अपनी बात रखी

इटावा कांड को लेकर बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, "कहते है कि सनातन धर्म में हम सब एक हैं। मगर काम उल्टे करते हैं। इटावा में यादव कथा वाचक की चोटी काट ली गई। बोला गया कि तू कथा नहीं करेगा। इसके आगे बाबा रामदेव ने आगे कहा, "अरे भगवान कृष्ण तो हमारे हैं। यदुवंशी यदुवंशियों की कथा नहीं सुनाएंगे तो कौन सुनाएगा। इस दौरान बाबा रामदेव ने यह भी कहा कि यह जाति का मामला नहीं है। भगवान सबके हैं। लेकिन यह पेटेंट नहीं है कि भगवान कृष्ण की कथा सिर्फ हम ही सुनाएंगे।"

Advertisement

21 जून को इटावा कांड

21 जून को इटावा के दादरपुर गांव में भागवत कथा का आयोजन किया गया था। यहां कथावाचक मुकुट मणि यादव ने कथा सुनाई। आरोप है कि कथावाचक ने खुद को ब्राह्मण बताया लेकिन जाति जानने पर गांव वाले भड़क गए और कथावाचक की पिटाई कर दी। (Baba Ramdev) पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। लेकिन अब महिलाओं द्वारा उन पर छेड़छाड़ का आरोप लगाने के बाद यह मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है।

also read:क्या है logistics policy 2025? जिसे छत्तीसगढ़ सरकार ने दी मंजूरी, जानें इसका उद्देश्य

 

Advertisement
Next Article