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'निष्क्रिय व्यवस्था ने छात्रा की जान ली' बालासोर आत्मदाह पर नवीन पटनायक ने जताया दुख

01:05 PM Jul 15, 2025 IST | Neha Singh
 निष्क्रिय व्यवस्था ने छात्रा की जान ली  बालासोर आत्मदाह पर नवीन पटनायक ने जताया दुख
Naveen Patnaik

Balasore Suicide: ओडिशा के बालासोर की 20 वर्षीय छात्रा ने अपने कॉलेज के विभागाध्यक्ष द्वारा कथित तौर पर लंबे समय तक यौन उत्पीड़न का सामना करने के बाद खुद को आग लगा ली। औपचारिक शिकायत दर्ज कराने और प्रिंसिपल से मदद मांगने के बावजूद, उनकी गुहार अनसुनी कर दी गई, जिसके परिणामस्वरूप यह दुखद घटना घटी। यह घटना फकीर मोहन (स्वायत्त) कॉलेज में हुई। अब इस घटना परि सियासत भी होने लगी। विपक्ष द्वारा सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं। ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सरकार और वयवस्था की आलोचना करते हुए छात्रा की मौत पर दुख जताया है।

निष्क्रिय व्यवस्था ने जान ली

पटनायक ने कहा कि उसकी मौत "दुर्घटना नहीं" थी, बल्कि उस व्यवस्था का नतीजा थी जो "मदद करने के बजाय चुप रही।" नवीन पटनायक ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "यह सोचना और भी परेशान करने वाला है कि एक विफल व्यवस्था किसी की जान कैसे ले सकती है। सबसे दुखद बात यह है कि यह कोई दुर्घटना नहीं थी, बल्कि उस व्यवस्था का नतीजा थी जो मदद करने के बजाय चुप रही। न्याय के लिए संघर्ष करते हुए, लड़की ने आखिरकार अपनी आँखें बंद कर लीं।"

सभी से लगाई न्याय की गुहार

प्रशासन की कथित निष्क्रियता पर ज़ोर देते हुए, पटनायक ने कहा कि बार-बार मदद मांगने के बावजूद, प्रशासन ने छात्रा की अनदेखी की।
पटनायक ने कहा, "बड़ी हिम्मत के साथ, उसने कॉलेज प्रिंसिपल को पत्र लिखकर अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न की जानकारी दी थी। कॉलेज प्रशासन द्वारा नज़रअंदाज़ किए जाने के बाद भी, उसने हार नहीं मानी। न्याय की गुहार लगाने के लिए, उसने उच्च शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री कार्यालय और यहाँ तक कि एक केंद्रीय मंत्री से भी संपर्क किया। उसने बालासोर के सांसद से व्यक्तिगत रूप से मिलकर अपनी पीड़ा भी साझा की।"

राहुल गांधी ने भाजपा को घेरा

गांधी ने आरोप लगाया कि यौन उत्पीड़न का सामना करने के बाद खुद को आग लगाने वाली छात्रा को न्याय मिलने के बजाय बार-बार धमकियाँ, यातनाएँ और अपमान सहना पड़ा। X पर एक पोस्ट में, विपक्ष के नेता गांधी ने लिखा, "हमेशा की तरह, भाजपा का तंत्र आरोपियों को बचाता रहा और एक मासूम बेटी को खुदकुशी करने पर मजबूर कर दिया। यह आत्महत्या नहीं, व्यवस्था द्वारा सुनियोजित हत्या है। मोदी जी, चाहे ओडिशा हो या मणिपुर, देश की बेटियाँ जल रही हैं, टूट रही हैं और मर रही हैं। और आप? आप चुप हैं। देश को आपकी चुप्पी की नहीं, जवाब की ज़रूरत है। भारत की बेटियों को सुरक्षा और न्याय चाहिए।"

धर्मेंद्र प्रधान ने किया पलटवार

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी की टिप्पणी पर पलटवार किया। एक्स पर एक पोस्ट में धर्मेंद्र प्रधान ने लिखा, "ओडिशा की बेटी के साथ हुई दुखद घटना पर राहुल गांधी और कांग्रेस द्वारा की जा रही घटिया राजनीति बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। एक गंभीर और संवेदनशील मामले को राजनीतिक हथियार बनाना @RahulGandhi की ओछी मानसिकता को दर्शाता है। ओडिशा की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है, लेकिन कांग्रेस ने इस मौके का फायदा उठाकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक ली हैं।"

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Neha Singh

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