भारत बना Apple का नया मैन्युफैक्चरिंग हब, 60% बढ़ा प्रोडक्शन
भारत में Apple का प्रोडक्शन 60% बढ़ा, नया हब बना
चीन को झटका देते हुए एप्पल ने भारत में मैन्युफैक्चरिंग हब स्थापित किया है। वित्त वर्ष 2024-25 में एप्पल का उत्पादन 60% बढ़कर 1.89 लाख करोड़ रुपये हो गया है। इससे स्पष्ट है कि एप्पल अपनी प्राथमिकता बदल रही है।
एप्पल कंपनी ने चीन को बड़ा झटका दिया हैं। ग्लोबल सप्लाई चेन में बदलाव करते हुए अमेरिकी कंपनी ने चीन को सबक सिखाने के लिए अपनी मैन्युफैक्चरिंग को भारत में हब बनाने का काम शुरू कर दिया है। वित्त वर्ष 2024-25 में एप्पल का मैन्युफैक्चरिंग 60 फीसदी बढ़कर 1.89 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया है। यह दिखाता है कि चीन में काफी समय से आईफ़ोन उत्पादन कर रही एप्पल कंपनी अपनी प्राथमिकता बदल रही है।
ब्लूमबर्ग ने किया खुलासा
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, एप्पल के कुल आईफोन का लगभग 20 फीसदी मैन्युफैक्चरिंग अब भारत कर रहा है। IT मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, इस कुल मैन्युफैक्चरिंग में से भारत से एप्पल ने 1.5 लाख करोड़ रूपये के आईफोन का निर्यात किया है। ऐसे में अमेरिका-चीन के बीच पिछले कई दिनों से टैरिफ को लेकर लड़ाई शुरू है, वहीं उम्मीद है कि भारत में इस लड़ाई के दौरान एप्पल के मैन्युफैक्चरिंग में और उछाल आने की संभावना है। जिसे परिणाम के तौर पर निर्यात में भी इजाफा देखने को मिल सकता है।
भारत में कारोबार अधिक फायदेमंद
इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन के अनुसार, भारत का स्मार्टफोन निर्यात 2024-25 (अप्रैल-फरवरी) के 11 महीनों में 1.75 लाख करोड़ रुपये (21 बिलियन डॉलर) को पार कर गया, जो 2023-24 की इसी अवधि के इसी आंकड़े से 54 प्रतिशत अधिक है।
तमिलनाडु में सबसे अधिक असेंबल
भारत में बनने वाले iPhones का ज़्यादातर हिस्सा तमिलनाडु स्थित फ़ॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी ग्रुप में असेंबल किया जाता है। तमिलनाडु स्थित फ़ॉक्सकॉन यूनिट का निर्यात में लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा है। वहीं, विदेशी शिपमेंट की हिस्सेदारी 50 फीसदी रही। पिछले वित्त वर्ष में फॉक्सकॉन की आईफोन फैक्ट्री के निर्यात में 40 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली है। आईफोन निर्यात का 22 प्रतिशत हिस्सा विक्रेता टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स से आया। शेष 12 प्रतिशत निर्यात खेप तमिलनाडु स्थित पेगाट्रॉन संयंत्र से आई, जिसमें टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने जनवरी के अंत में 60 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल कर ली थी।
20 अरब डॉलर पहुंचने की उम्मीद
कुल निर्यात में दक्षिण कोरियाई कंपनी सैमसंग की हिस्सेदारी 20 फीसदी के करीब है। मंत्री वैष्णव ने पहले कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि 2024-25 के दौरान स्मार्टफोन निर्यात 20 अरब डॉलर (1.68 लाख करोड़ रुपये) तक पहुंच जाएगा, लेकिन यह अनुमान वित्त वर्ष 2025 के सिर्फ 11 महीनों में ही पार हो गया है।
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