भारत ने 20 साल बाद तोड़ा ये रिकॉर्ड, राहुल और जायसवाल की जोड़ी ने रचा इतिहास
राहुल और जायसवाल की जोड़ी ने पर्थ टेस्ट में 100+ रनों की साझेदारी कर नया रिकॉर्ड बनाया। SENA देशों में भारतीय ओपनर्स का शानदार प्रदर्शन जारी। जानें इस उपलब्धि की पूरी कहानी।
पर्थ में खेले जा रहे पहले टेस्ट में भारतीय ओपनर्स ने एक खास रिकॉर्ड अपने नाम किया। पिछले दो दशकों में भारत के कुछ चुनिंदा ओपनर्स ने SENA देशों (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) में 100+ रनों की साझेदारियां की हैं। ये रिकॉर्ड दिखाता है कि विदेशी परिस्थितियों में भी भारतीय बल्लेबाज किस तरह से बेहतरीन प्रदर्शन कर पाते हैं।
SENA देशों में सबसे ज्यादा 100+ रन की ओपनिंग साझेदारी करने वाले भारतीय
1. केएल राहुल – 3 बार
केएल राहुल ने हाल के वर्षों में खुद को एक भरोसेमंद ओपनर साबित किया है। उनका धैर्य और तकनीक मुश्किल परिस्थितियों में भारत को मजबूत शुरुआत दिलाने में मददगार रही है।
2. वीरेंद्र सहवाग – 3 बार
सहवाग का आक्रामक खेल उन्हें हर स्थिति में खतरनाक बल्लेबाज बनाता था। चाहे उछाल वाली पिचें हों या स्विंग करती गेंदें, सहवाग ने हमेशा विपक्षी गेंदबाजों को चुनौती दी।
3. आकाश चोपड़ा, वसीम जाफर और दिनेश कार्तिक – 2 बार
आकाश चोपड़ा और वसीम जाफर जैसे तकनीकी रूप से मजबूत बल्लेबाजों ने अपनी स्थिरता से टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई। वहीं, दिनेश कार्तिक ने भी सीमित मौकों में अपनी क्षमता साबित की।
ऑप्टस स्टेडियम की पिच दूसरे दिन बैटिंग के लिए अच्छी तो हो ही गई थी लेकिन ऑस्ट्रेलिया की बेहतरीन तेज गेंदबाजी से पार पाना फिर भी आसान नहीं था। नई गेंद के सामने धैर्य की जरूरत थी और जायसवाल-राहुल की जोड़ी ने बिल्कुल ऐसा ही किया। दोनों ने किसी भी तरह की आक्रामकता दिखाने के बजाए सब्र के साथ बल्लेबाजी की और ऑस्ट्रेलिया को विकेट के लिए तरसा दिया। इस दौरान यशस्वी जायसवाल ने ऑस्ट्रेलिया में अपना पहला अर्धशतक भी जमा दिया। साथ ही राहुल के साथ मिलकर शतकीय साझेदारी भी पूरी कर ली। वहीं कुछ देर बाद राहुल ने भी अपना अर्धशतक पूरा कर लिया और पहली पारी के दमदार अंदाज को ही यहां भी जारी रखा।
इस रिकॉर्ड की अहमियत
विदेशी पिचों पर 100+ रनों की ओपनिंग साझेदारी किसी भी टीम के लिए बेहद अहम होती है। यह न केवल टीम को शुरुआती झटकों से बचाती है, बल्कि मिडिल ऑर्डर को खुलकर खेलने का मौका भी देती है।
SENA देशों में ओपनिंग बल्लेबाजों के लिए पिचें हमेशा चुनौतीपूर्ण रही हैं। ऐसे में यह रिकॉर्ड भारतीय बल्लेबाजों की योग्यता और टीम की मजबूत रणनीति को दर्शाता है। पर्थ टेस्ट में केएल राहुल के नाम यह रिकॉर्ड जुड़ना भारत के लिए एक और उपलब्धि है।