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टैरिफ झटके से उबरने में भारत ने रचा इतिहास, बना पहला देश

टैरिफ झटके पर भारत का ऐतिहासिक विजय

06:39 AM Apr 16, 2025 IST | Shivangi Shandilya

टैरिफ झटके पर भारत का ऐतिहासिक विजय

अमेरिका-चीन की टैरिफ वार के बीच भारत ने इतिहास रचते हुए शेयर बाजार को पूरी तरह उबार लिया है। भारत दुनिया का पहला देश है जो टैरिफ की मार से उबर चुका है।

दुनियाभर में अमेरिका-चीन की टैरिफ वार से खलबली मची हुई है। ऐसे में देश-दुनिया के बाजारों औंधे-मुंह गिर गए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप की टैरिफ मार से दुनियाभर के बाजारों में हाहाकार मचा हुआ है। ऐसे में भारत ने इतिहास रच दिया है। पूरी दुनिया में भारत बाजार इकलौता बन गया जो टैरिफ की मार से उबर चुका है। भारत शेयर बाजार ने ट्रंप की रेसिप्रोकल टैरिफ घोषणा के बाद भारतीय शेयर बाजार में हुए नुकसान को पूरी तरह उबरकर दुनिया में पहला स्थान हासिल किया है।

सोमवार के बाद रचा इतिहास

बता दें कि सोमवार को छुट्टी के बाद भारतीय बाजार शुरू हुआ जिसमें तेजी देखी गई। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 50 सूचकांक मुंबई में इंट्राडे ट्रेडिंग में 2.4 प्रतिशत उछल गया, जो 2 अप्रैल के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, जब राष्ट्रपति ट्रम्प ने टैरिफ पर कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए थे।

अभी का समय निवेश के लिए सही

निवेशक अब वैश्विक अस्थिरता के बीच भारतीय बाजार को सुरक्षित निवेश के रूप में देख रहे हैं। माना जाता है कि भारत की बड़ी घरेलू अर्थव्यवस्था संभावित वैश्विक मंदी का बेहतर ढंग से सामना करने में सक्षम है, जबकि कई देश अमेरिकी टैरिफ से सीधे तौर पर अधिक प्रभावित हैं।

ब्लूमबर्ग ने जारी किया आंकड़ा

वहीं ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में कुल अमेरिकी आयात में भारत की हिस्सेदारी केवल 2.7% थी, जबकि चीन की 14% और मैक्सिको की 15% थी। इसी वजह से वैश्विक तनाव के बीच भारत को कम जोखिम वाला बाजार माना जा रहा है।

CEO गैरी डुगन ने क्या बताया

ग्लोबल CIO ऑफिस के CEO गैरी डुगन ने ब्लूमबर्ग से कहा, “हम अपने पोर्टफोलियों में भारत पर ज्यादा भरोसा करते हैं। अच्छी घरेलू बढ़ोतरी और चीन से दूर आपूर्ति श्रृंखलाओं के संभावित विविधीकरण से समर्थित, भारतीय इक्विटी को मध्यम काल में एक सुरक्षित दांव के तौर पर देखा जा रहा है.”

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