India Foreign Exchange Reserves Increased: एक बार फिर उछला भारत का विदेशी मुद्रा भंडार, जानें कितना बढ़ा?
India Foreign Exchange Reserves Increased: भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 29 अगस्त को समाप्त सप्ताह में 3.51 अरब डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 694.23 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। यह जानकारी भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को जारी की।
India Foreign Exchange Reserves Increased: विदेशी मुद्रा संपत्तियों में बढ़ोतरी
विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा हिस्सा विदेशी मुद्रा संपत्तियों का होता है। यह इस सप्ताह 1.69 अरब डॉलर बढ़कर कुल 583.94 अरब डॉलर हो गया। इसमें डॉलर के अलावा यूरो, पाउंड और येन जैसी अन्य मुद्राओं की कीमतों में आए बदलावों का असर भी शामिल होता है।

Gold Reserves Increased: सोने का भंडार भी बढ़ा
रिज़र्व बैंक द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, सोने का भंडार भी इस सप्ताह बढ़ा है। यह 1.77 अरब डॉलर की वृद्धि के साथ अब 86.77 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। दुनिया में चल रही भू-राजनीतिक अशांतियों के कारण दुनियाभर के केंद्रीय बैंक सोने को सुरक्षित निवेश मानते हुए अधिक मात्रा में जमा कर रहे हैं। भारत ने भी 2021 से अब तक अपने सोने के भंडार को लगभग दोगुना कर लिया है।

विशेष आहरण अधिकार (SDR) में भी इजाफा
विदेशी मुद्रा भंडार के एक और हिस्से, विशेष आहरण अधिकार (SDR) में भी इस सप्ताह 40 मिलियन डॉलर की वृद्धि दर्ज की गई है। अब यह बढ़कर 18.78 अरब डॉलर हो गया है। भंडार में इस वृद्धि से भारतीय रिजर्व बैंक को रुपये को डॉलर के मुकाबले स्थिर बनाए रखने में मदद मिलती है। जब भी रुपये पर दबाव बढ़ता है, तो RBI अपने भंडार से डॉलर बेचकर बाज़ार में स्थिरता लाने में सक्षम होता है। इससे रुपये की गिरावट को रोका जा सकता है और मुद्रा बाज़ार में उतार-चढ़ाव भी कम होता है।

Foreign Exchange Reserves Increased: भारत का बाह्य क्षेत्र मजबूत
RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि वर्तमान में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 11 महीने तक के आयात खर्च को और लगभग 96% विदेशी कर्ज को कवर करने के लिए पर्याप्त है। उन्होंने कहा कि भारत का बाह्य क्षेत्र अब भी मजबूत बना हुआ है और विदेशी वित्तीय ज़रूरतों को पूरा करने की पूरी क्षमता रखता है।

Export में भी बढ़ोतरी
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जुलाई 2025 में भारत का वस्तु निर्यात (Export) 7.29% बढ़कर 37.24 अरब डॉलर हो गया, जबकि पिछले साल जुलाई में यह 34.71 अरब डॉलर था। यह भारत की वैश्विक व्यापार में मजबूती को दर्शाता है।
Export बढ़ाने वाले क्षेत्र
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने बताया कि जुलाई में भारत के निर्यात में सबसे अधिक योगदान इंजीनियरिंग वस्तुओं, इलेक्ट्रॉनिक्स, दवाओं, रसायनों और रत्न-जवाहरात जैसे क्षेत्रों का रहा। उन्होंने कहा कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत का व्यापारिक और सेवा क्षेत्र अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।
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