'विश्व के बाजार में भारत की अलग पहचान है', दोहाद में जनसभा में बोले पीएम मोदी
दाहोद में 24,000 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास
प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात दौरे में दाहोद में 24,000 करोड़ की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया और वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने वडोदरा में रोड शो में भाग लेकर जनता का आभार जताया और कहा कि भारत की वैश्विक पहचान निरंतर बढ़ रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद दो दिनों के लिए गुजरात के दौरे पर पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने राज्य में कई अहम विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। अपने दौरे की शुरुआत पीएम मोदी ने वडोदरा से की, जहां उन्होंने एक भव्य रोड शो में हिस्सा लिया। इस रोड शो में स्थानीय लोगों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय छात्र भी शामिल हुए और उन्होंने प्रधानमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए वडोदरा की जनता का आभार जताया। उन्होंने कहा कि लोगों का उत्साह और समर्थन उन्हें निरंतर प्रेरणा देता है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान पीएम मोदी ने दाहोद में करीब 24,000 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने वेरावल और अहमदाबाद के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस और वलसाड और दाहोद स्टेशनों के बीच एक्सप्रेस ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई।
‘करोड़ों भारतीयों ने मुझे आशीर्वाद दिया’
इस दौरान एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने कहा, “आज 26 मई है. 2014 में इसी तारीख को, मैंने पहली बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। सबसे पहले, गुजरात के लोगों ने मुझे आशीर्वाद दिया, फिर करोड़ों भारतीयों ने मुझे आशीर्वाद दिया।’
भारत ट्रेन कोच एक्सपोर्ट करता है
पीएम मोदी ने कहा, आज विश्व के बाजार में भारत की अलग पहचान है। हम विकसित भारत के लिए दिनरात काम कर रहे हैं। आज का भारत मेट्रो कोच एक्सपोर्ट करता है। हमारे बनाए गए रेल डिब्बे कई देशों में एक्सपोर्ट किये जाते हैं।
पीएम मोदी ने लोकोमोटिव निर्माण संयंत्र का भी उद्घाटन किया। इस संयंत्र में घरेलू और निर्यात उद्देश्यों के लिए 9000 एचपी के इलेक्ट्रिक इंजन बनाए जाएंगे। ये इंजन भारतीय रेलवे की माल ढुलाई क्षमता बढ़ाने में मदद करेंगे। दाहोद में निर्मित लोकोमोटिव इंजन 4600 टन माल ले जाने में सक्षम होंगे। पीएम मोदी द्वारा उद्घाटन किए गए संयंत्र में 10 वर्षों में 1200 इंजन बनाए जाएंगे। इनका उपयोग देश में आवश्यकता के अनुसार किया जाएगा और दूसरों को निर्यात भी किया जाएगा। यहां निर्मित लोकोमोटिव इंजन आने वाले समय में 100 प्रतिशत ‘मेक इन इंडिया’ की तर्ज पर निर्मित किए जाएंगे।
गुजरात: वलसाड-दाहोद ट्रेन को PM मोदी ने दिखाई हरी झंडी