Electric Three-Wheelers में भारत की बढ़त, चीन को पछाड़ा
भारत में इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर की बिक्री में 20% की वृद्धि
भारत ने 2024 में इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर की बिक्री में 20% वृद्धि दर्ज की, जिससे यह चीन को पछाड़कर लगातार दूसरे साल दुनिया का सबसे बड़ा बाजार बन गया। आईईए की रिपोर्ट बताती है कि इस क्षेत्र में भारत की बढ़त जारी रहेगी, जिससे इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग में नई संभावनाएं खुलेंगी।
भारत में 2024 में इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर की बिक्री में 20 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया है, जो कि बढ़कर 7 लाख वाहन हो गए हैं। इसी के साथ इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी (आईईए) की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत को लगातार दूसरे साल इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर के लिए दुनिया का सबसे बड़ा बाजार माना गया है, जो चीन से भी आगे बना हुआ है। आईईए की ग्लोबल ईवी आउटलुक 2025 रिपोर्ट बताती है कि थ्री-व्हीलर बाजार अत्यधिक केंद्रित है, जिसमें इलेक्ट्रिक और पारंपरिक थ्री-व्हीलर की बिक्री का 90 प्रतिशत से अधिक हिस्सा चीन और भारत में है।रिपोर्ट में कहा गया है, “पिछले तीन वर्षों में चीन में थ्री-व्हीलर का इलेक्ट्रिफिकेशन 15 प्रतिशत से भी कम पर स्थिर रहा है। 2023 में, चीन को पीछे छोड़कर भारत इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर के लिए दुनिया का सबसे बड़ा बाजार बन गया और 2024 में भी यह स्थिति बनी रही, जिसमें बिक्री में सालाना आधार पर 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह लगभग 7,00,000 वाहनों तक पहुंच गई।”
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रिपोर्ट में कहा गया है कि नई पीएम ई-ड्राइव योजना के तहत सरकार के समर्थन से यह बढ़ती प्रवृत्ति जारी रहने की संभावना है, जिसने 2024 में कमर्शियल उपयोग के लिए 3,00,000 से अधिक इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर को रोल-आउट करने में सहायता की। रिपोर्ट के अनुसार, चीन, भारत और दक्षिण पूर्व एशिया दुनिया के सबसे बड़े टू और थ्री-व्हीलर बाजार बने हुए हैं, जो 2024 की वैश्विक बिक्री का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा हैं, जिसमें टू और थ्री-व्हीलर इन क्षेत्रों में निजी यात्री परिवहन के प्राथमिक साधन के रूप में काम कर रहे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि नई पीएम ई-ड्राइव योजना के तहत सरकार के समर्थन से यह बढ़ती प्रवृत्ति जारी रहने की संभावना है, जिसने 2024 में कमर्शियल उपयोग के लिए 3,00,000 से अधिक इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर को रोल-आउट करने में सहायता की। रिपोर्ट के अनुसार, चीन, भारत और दक्षिण पूर्व एशिया दुनिया के सबसे बड़े टू और थ्री-व्हीलर बाजार बने हुए हैं, जो 2024 की वैश्विक बिक्री का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा हैं, जिसमें टू और थ्री-व्हीलर इन क्षेत्रों में निजी यात्री परिवहन के प्राथमिक साधन के रूप में काम कर रहे हैं।