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हैकथॉन के ग्रैंड फिनाले में PM मोदी ने गिनाई नई शिक्षा नीति की खूबियां, कहा- अब छात्र अपने मनपसंद के विषय पढ़ सकेंगे

07:07 PM Aug 01, 2020 IST
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विश्व के सबसे बड़े ऑनलाइन हैकथॉन के ग्रैंड फिनाले को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संबोधित किया। पीएम मोदी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में इस प्रतियोगिता को कराना पहली चुनैती थी। पीएम मोदी ने नई शिक्षा नीति को लोगों की आकांक्षाओं की अभिव्यक्ति बताते हुए कहा है कि इससे लोगों की मानसिकता बदलने और युवा पीढ़ी को आत्मनिर्भर बनाने और देश को शिक्षा का ‘ग्लोबल हब’ बनाने में मदद मिलेगी।
पीएम मोदी ने यहां स्मार्ट इंडिया हैकथन के ग्रैंड फाइनल को संबोधित करते हुए यह बात कही। यह चौथा हैकथन है जिसके फाइनल में 10 हजार छात्र भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में देश के युवा पीढ़ी को नौकरी खोजने वाले युवक बनाने की जगह नौकरी देने वाले युवक बनाने पर बल दिया जाएगा और इससे आत्मनिर्भर भारत बनाने में मदद मिलेगी। युवाओं को अब नौकरी ही नहीं करनी है बल्कि उन्हें खुद भी आत्मनिर्भर बनना है।
स्मार्ट इंडिया हैकाथन के फिनाले को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि इस सप्ताह की शुरुआत में घोषित नई शिक्षा नीति-2020 में अंतर-विषय अध्ययन पर जोर दिया गया है, जो यह सुनिश्चित करेगा कि छात्र जो सीखना चाहता है पूरा ध्यान उसी पर हो। उन्होंने छात्रों से कहा कि गरीबों को बेहतर जीवन देने के लिए ‘जीवन की सुगमता’ का लक्ष्य हासिल करने में युवा वर्ग की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है।
गौरतलब है कि हैकाथन के बारे में प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को ट्वीट किया था, ‘‘स्मार्ट इंडिया हैकाथन विचार करने और कुछ नया करने के एक जीवंत मंच के रूप में उभरा है। स्वाभाविक रूप से, इस बार हमारे युवा अपने नवाचारों में कोविड के बाद की दुनिया के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत बनाने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित कर रहे होंगे।’’ स्मार्ट इंडिया हैकाथन के 2017 में हुए पहले संस्करण में 42,000 विद्यार्थियों ने भाग लिया था। यह संख्या 2018 में बढ़कर एक लाख और 2019 में बढ़कर दो लाख हो गई थी। स्मार्ट इंडिया हैकाथन 2020 के पहले दौर में साढ़े चार लाख से अधिक विद्यार्थियों
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति केवल दस्तावेज नहीं है बल्कि यह लोगों की आकांक्षा की अभिव्यक्ति है और 21वीं सदी में लोगों की जरूरतों को पूरा करने का अवसर भी देता है। पीएम  मोदी ने कहा कि पहले छात्र अपने मन का विषय नहीं पढ़ पाते थे और उन पर दूसरे विषय पढ़ने का दबाव बना रहता था लेकिन अब छात्र अपने मनपसंद विषय पढ़ेंगे और उनमें आत्मविश्वास पैदा होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में मल्टीप्ल एंट्री और मल्टीपल एग्जिट की भी बात कही गई है तथा मल्टी डिसिप्लिनरी पढ़ाई भी जोर दिया गया है। इस संबंध में उन्होंने रवींद्र नाथ टैगोर और लियोनार्डो दा विंची की बहुविषय प्रतिभा का भी जिक्र किया।
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