Loksabha Chunav 2024 : शाह जी! पंजाबियों को धमकी मत देना वरना... चुनावी रैली में ऐसा क्यों बोल गए केजरीवाल ?
Loksabha Chunav 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 के अंतिम और सातवें चरण का चुनाव होना बाकी है। 1 जून को होने वाले सातवें चरण के चुनाव को लेकर तमाम राजनीतिक दलों की तरफ से धुआंधार प्रचार किया जा रहा है। एक तरफ बीजेपी अपने 10 साल के काम को गिना रही है तो दूसरी तरफ विपक्षी दल केंद्र सरकार की खामियों को लोगों के बीच लेकर जा रहे हैं। इसी क्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लेकर बड़ा बयान दिया है।
अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दिए गए बयान को लेकर जवाब दिया है। दरअसल, हाल ही में अमित शाह ने लुधियाना में एक रैली को संबोधित करते हुए लोकसभा चुनाव-2024 के नतीजे आ जाने के बाद भगवंत मान की सरकार गिरने का दावा किया था। अब इस पर सीएम केजरीवाल ने सवाल उठाते हुए गृह मंत्री को आड़े हाथों लिया।
सोमवार को केजरीवाल ने अमृतसर में व्यापारियों की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, "क्या आपने अमित शाह का बयान सुना है? उन्होंने धमकी दी है। पहले तो उन्होंने पंजाबियों को खूब गालियां दीं। उन्होंने धमकी दी कि 4 जून के बाद पंजाब सरकार गिरा दी जाएगी। 4 जून के बाद भगवंत मान मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे।"
केजरीवाल ने कहा, "हमारे पास 92 विधायक हैं। आप (सरकार को) कैसे गिरा सकते हैं? (देश में) तानाशाही है।" उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेता खुलेआम कह रहे हैं कि वे विधायकों को सीबीआई और ईडी से डराएँगे और फिर उन्हें 'खरीद लेंगे'। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, "मैं उनसे कहना चाहता हूं... पंजाब के लोगों को धमकाएं नहीं। अन्यथा, वे आपके लिए पंजाब में प्रवेश करना मुश्किल बना देंगे।"
वहीं पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने केजरीवाल पर "सनसनी पैदा करने और जनता की सहानुभूति हासिल करने के लिए मनगढ़ंत कहानियां गढ़ने" का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि यह आप की हरकतें होंगी, जिससे राज्य में उसकी सरकार गिर जाएगी। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी के विधायकों में ''गहरा असंतोष'' है।
आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को लुधियाना में एक चुनावी रैली में लोगों से लोकसभा चुनाव में पंजाब में भाजपा उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने की अपील की थी और कहा कि भाजपा की जीत के बाद भगवंत मान सरकार लंबे समय तक नहीं टिकेगी।